चार लाख ना मिले तो दहेज लोभियों ने विवाहिता का उत्पीड़न कर किया घर में नजरबंद

अलीगढ़,। थाना सिविल लाइन क्षेत्र के जमालुपर में दहेज लोभी पति ने अपने परिवार वालों के साथ एकराय होकर विवाहिता के साथ मारपीट ही नहीं की बल्कि उसे बुरी तरह से प्रताड़ित करते हुये तरह-तरह से उसका उत्पीड़न करते हुये हत्या करने के उद्देश्य से उसे घर में नजरबंद कर लिया। सूचना पर गाजियाबाद विहिता की ससुराल पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से बमुश्किल विवाहिता ससुराल वालों के चुंगल से मुक्त कराया। इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद भी आरोपी ससुरालीजनों के खिलाफ कोतवाली घंटाघर पुलिस ने कोई कार्यवही नहीं की। पीड़ित विवाहिता ने अपने मायके वालों के साथ अलीगढ़ पुलिस कप्तान से न्याय की गुहार लगाते हुये आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्यवही करने की मांग की है।
थाना सिविल लाइन क्षेत्र के जमालपुर बादाम नगर की रहने वाली शबनम पुत्री निसार अहमद ने पुलिस को दिये गये शिकायती पत्र में बताया है कि उसका निकाह जि गाजियाबाद के थाना कोतवाली घंटाघर के कैला भट्टा पीएसी चौक चूड़ी वाली गली के रहने वाले अदनान पुत्र नासिर के साथ्ज्ञ उसके भाईयों ने मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार दान दहेज देकर किया था। शादी के बाद शबनम के भाईयों ने एक प्लॉट 73 वर्गगज का खरीद कर अपने बहनोई को दे दिया। कुछ दिनों बाद पति अदनान और सास सलमा,ननद साइमा पत्नी इमरान,देवर फैजान आदि द्वारा एकराय होकर शबनम के साथ मारपीट की जाने लगी और उसे तरह-तरह से प्रताड़ित करते हुये उत्पीड़न करते हुये अतिरिक्त दहेज में चार लाख रूपये की मांग की जाने लगी। जिसके चलते एक माह पूर्व शबनम को ससुराल वालों ने हत्या करने के उद्देश्य से अपने घर में कैद कर लिया और उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की ।

जिसकी सूचना शबनम के मायके वालों को हुई तो वह उसकी ससुराल गाजिलयाबाद पहुंचे और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शबनम को दहेज लोभी ससुराल वालों के चुगंल से बचाया और उसके मायके अलीगढ़ जमालुपर भेज दिया। मायके वालों की शिकायत के बाद भी गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी ससुराल वालों के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की है। पीड़िता ने अपने मायके जमालपुर से थाना सिविल लाइन पुलिस से कार्यवाही की मांग की है। अब देखना यह है कि पुलिस पीड़िता का मुकद्दमा दर्ज कर न्याय दिला पाती है या नहीं।

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