छात्र न केवल अकादमिक रूप से तैयार हों बल्कि भावनात्मक रूप से भी तनावमुक्त रहें

एएमयू में परीक्षा के तनाव से निपटने के लिए परामर्श सत्र का आयोजन

अलीगढ़,। अमुवि के स्कूलों ने आज परामर्श सत्र आयोजित करके अपने 12वीं कक्षा के छात्र छात्राओं के बीच परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए सक्रिय कदम उठाए। छात्रों के मानसिक कल्याण के महत्व को समझते हुए, इन सत्रों में लड़कों और लड़कियों दोनों को प्रभावी तनाव प्रबंधन रणनीतियों से लैस करने का लक्ष्य रखा गया। 5 मई को मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) जैसी परीक्षाओं के दृष्टिगत, एएमयू स्कूलों ने यह सुनिश्चित किया कि छात्र न केवल अकादमिक रूप से तैयार हों बल्कि भावनात्मक रूप से भी तनावमुक्त रहें।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून ने छात्रों के समग्र विकास के लिए उनके मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह परामर्श सत्र हमारे छात्रों की समग्र भलाई के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं। परीक्षा के तनाव को बर्दाश्त करने के लिए उनके अंदर मुकाबले की क्षमता उत्पन्न करके, हम उन्हें आत्मविश्वास के साथ अपने शैक्षणिक और व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास करते हैं।‘

काउंसलिंग सत्र एएमयू के सीनियर सेकेंडरी स्कूल फॉर गर्ल्स, अब्दुल्ला हॉल और सैय्यद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल फॉर बॉयज में आयोजित किए गए। परामर्शदाता और संसाधन व्यक्ति डा. आसिफ हसन और सुश्री निमरा अल्मास ने एनईईटी पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं से पहले, इस के दौरान और बाद में तनाव प्रबंधन तकनीकों पर व्यापक रूप से चर्चा की। एएमयू के छात्र कल्याण डीन, प्रोफेसर रफीउद्दीन, प्रोफेसर विभा शर्मा, सीनियर सेकेंडरी स्कूल फॉर गर्ल्स की प्रिंसिपल, सुश्री नगमा इरफान, प्रोवोस्ट अब्दुल्ला हॉल, डॉ. गजाला नाहीद और सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. शकील ए. अल्वी ने परामर्श सत्र के दौरान मानसिक दृढ़ता और तनाव प्रबंधन पर अंतर्दृष्टि साझा की।

About The Author: Swatantra Prabhat Desk