खेतों में फसल अवशेष प्रबंधन की दी गई जानकारी।

भभुआ (कैमुर)
 
प्रखंड क्षेत्र के उसरी पंचायत, इटवा पंचायत के विभिन्न गांवों व नगर पंचायत कोआथ समेत अन्य गांवों में आत्मा द्वारा खेतों में आग लगाने से नुकसान व पराली प्रबंधन से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया। सभी गांवों में ध्वनि विस्तारक यंत्र व वाहनों से जाकर किसानों के बीच जागरूकता फैलाई गई। बीटीएम आशुतोष कुमार ने बताया कि किसानों द्वारा गेंहू के फसल अवशिष्ट को जलाने से खेतों के उर्वरा शक्ति समाप्त हो रही है। मित्र जीव नष्ट हो रहे हैं।
 
वहीं पशुओं का चारा की कमी व प्रदुषण फैल रहा है। किसान फसल अवशेष को पशु चारा या जैविक खाद बनाने में प्रयोग करें। वहीं अगलगी के कारण खेतों के जीव जन्तु ही नहीं मनुष्य व पालतू पशुओं पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पराली या फसल अवशेष प्रबंधन के लिए सरकार द्वारा अनुदानित दर पर विभिन्न तरह के यंत्र उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं संबंधित प्रशासन द्वारा आग लगाने वाले किसानों के विरुद्ध 1500 से 25000 रुपए जुर्माना के साथ प्राथमिकी करने कि चेतावनी दी गई है। मौके पर सहायक तकनीकि प्रबंधक गोविंदा कुमार , सुनील कुमार व संबंधित कृषि सलाहकार मौजूद थे।
 
 

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