गोमती की झीलों में कम हुआ पानी, जलीय जीवों पर मंडरा रहा खतरा

 
 
 कलीनगर गर्मी की तपन से बचने के लिए हर किसी को पानी की जरूरत बढ़ रही है। जनमानस के साथ जीव भी पानी की तलाश में घूम रहे हैं। गोमती उद्गम स्थल की झीलों में पानी नहीं मिल पाने से जलीय जीवों पर खतरा मंडरा रहा है। इसको लेकर गोमती के भक्तों में नाराजगी देखी जा रही है। सिंचाई विभाग पूरी तरह से अंजान बना हुआ है।
 
गोमती नदी का उद्गम स्थल माधोटांडा में स्थित है। उद्गम स्थल पर मुख्य झील के अलावा दो अन्य झीलें भी हैं। झीलों में मछलियों के अलावा कछुओं की भी काफी संख्या। झीलों में ताजा पानी पहुंचाने के लिए पूर्व में खोदाई कर माइनर को उद्गम स्थल तक पहुंचाया गया था।
पर अब कई दिनों से माइनर में पानी नहीं छोड़ा गया। सोलर पंप भी बंद पड़े हैं। गर्मी में पानी कम हो रहा है। ताजा पानी न मिलने से झीलों का पानी गर्म हो रहा है। इससे मछली और कछुओं की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है। इसको लेकर गोमती भक्तों में रोष है।
 
जलीय जीवों के नुकसान को लेकर चिंता जताई गई। सिंचाई विभाग के एसडीओ से बातचीत कर समस्या से अवगत कराया गया। पूरनपुर तहसीलदार वीरेंद्र सिंह ने भी अफसरों से बातचीत की। एसडीओ मुकेश कुमार ने जल्द पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
 
 

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