लू प्रकोप से बचाव एवं राहत के लिए हीट वेव/लू प्रबन्धन हेतु मुख्य सचिव उ0प्र0 ने वीसी कर दिये आवश्यक निर्देश



उ0प्र0 राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी एवं जिलाधिकारी द्वारा प्रसारित हीट वेव/लू से बचाव हेतु जारी किये गये एडवाजरी को अपनाएं जनमानस

मुख्य सचिव उ0प्र0 द्वारा वीसी में प्राप्त निर्देश को जिलाधिकारी व एडीएम ने सम्बन्धित विभागों को प्रभावी कार्यवाही करने का दिया निर्देश

भदोही
 
प्रदेश में लू प्रकोप से बचाव एवं राहत के लिए हीट वेव/लू प्रबन्धन कार्ययोजना 2024 के प्रभावी क्रियान्वयन के क्रम में मुख्य सचिव उ0प्र0 की अध्यक्षता में वीडियों कान्फ्रेेसिंग बैठक में एनआईसी भदोही में अध्यक्ष जिला आपदा प्रबन्धन/जिलाधिकारी विशाल सिंह एवं अपर जिलाधिकारी कंुवर वीरेन्द्र मौर्य आदि उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव उ0प्र0 ने गर्मी के दृष्टिगत लू-प्रकोप से बचाव एवं राहत के लिए जनपद में गठित जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के द्वारा किए जा रहे प्रभावी कार्यो की समीक्षा किया। उ0प्र0 राहत आयुक्त द्वारा समय-समय पर जारी किये गये एडवाईजरी से सम्बन्धित हैण्डविल, पोस्टर, पम्पलेट व सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराते हुए जन-जागरूकता पर बल दिया गया। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद स्तर पर इसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो।

इसी के क्रम में मुख्य सचिव उ0प्र0 एवं राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा जारी किये गये निर्देश के क्रम में अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण/जिलाधिकारी विशाल सिंह द्वारा हीट वेव /लू-प्रकोप से बचाव एवं राहत हेतु किए जाने वाली तैयारियों तथा कार्ययोजना को मूर्त रूप दिए जाने हेतु हीट वेव प्रबन्धन समिति में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 कुंवर वीरेन्द्र मौर्य व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार चक्र को जनपदीय नोडल अधिकारी एवं तहसील स्तर पर संबंधित उप जिलाधिकारी, ब्लॉक स्तर पर समस्त संबंधित खंड विकास अधिकारी को नोडल नामित किया है।

जिलाधिकारी विशाल सिंह ने हीट-वेव प्रबन्धन हेतु कुल 11 विभागों -स्वास्थ्य, पशुपालन, नगरीय निकाय, पंचायती राज, शिक्षा, परिवहन ,सूचना ,मनरेगा, वन अग्निशमन, विद्युत, विभाग को विभागीय दायित्व सौपें हैं। जिसे संबंधित विभाग को पूरी तत्परता के साथ पूर्ण करना है।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि पशु केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं का भण्डारण सुनिश्चित हो तथा पशु चिकित्सकों के माध्यम से पशु पालकों को पशुओं की सुरक्षा एवं लू से बचाव हेतु जागरूक करने के साथ ही गौशालाओं में संरक्षित गौवंश हेतु पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी, छाँव, चारा, टीकाकरण आदि की उपलब्यता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
 
मवेशियों की सुरक्षा हेतु गर्मी के समय पशु प्रबंधन पर पशुधन के किसानों के बीच जागरूकता लाने के लिये ग्राम स्तर पर क्षेत्रीय कर्मचारियों और गौपालकों को सक्रिय करने तथा सार्वजनिक स्थानों पर बचाव के लिये प्रबंधन पर उपायों को पोस्टर के माध्यम से प्रकाशित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक/जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को समस्त शैक्षिक संस्थानों में छात्र/छात्राओं हेतु पेयजल तथा विद्यालयों में विद्युत सप्लाई व पंखे आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
 
उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों, चौराहों व आवश्यकतानुसार सम्बन्धित ग्रामों में पानी की टंकी/टैंकरों आदि की व्यवस्था कराना सुनिश्चित के साथ ही ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों के माध्यम से तालाबों में पानी भरवाने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायतों व पंचायतीराज विभाग को अपने-अपने क्षेत्र में खराब हैण्डपम्पों की तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए, साथ ही अग्निशमन विभाग को निर्देशित किया कि लू के मद्देनजर विभाग द्वारा मुख्यालय/तहसीलों में स्थापित उप केन्द्रों को आवश्यक संसाधनों सहित क्रियाशील रखा जाये एवं अग्नि से बचाव हेतु नागरिकों को जागरूक करे।
 
विभिन्न क्षेत्रों में यदि आग लगने पर अग्निशमन के वाहन जाने लायक नहीं है तो वहां पर भी व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाये। उन्होने परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि बड़े बस स्टैण्डों टर्मिनलों पर प्राथमिक चिकित्सा, छाया एवं पेयजल की व्यवस्था, मैकेनिकल/इलेक्ट्रिक सिस्टम (पंखा/एसी) का प्राथमिकता के आधार पर रखरखाव की समुचित व्यवस्था की जाये। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग, ऊर्जा विभाग, वन विभाग, मनरेगा विभाग के अधिकारियों को ग्रीष्मकाल की तैयारियों एवं हीटवेब कार्य योजना के सम्बन्ध में निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित समस्त विभागीय अधिकारियों को आवश्यक समस्त तैयारियों को ससमय पूर्ण करने तथा शासन स्तर से विभागवार प्राप्त निर्देशों का अनुपालन शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी विशाल सिंह ने हीट स्ट्रोक से बचाव के संबंध में क्या करें, क्या न करें के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि प्रचार माध्यमों में हीट वेव (लू) संबंधी चेतावनी पर ध्यान दें। अधिक से अधिक पानी पियें। यदि प्यास नहीं भी हो तब भी थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें। हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले ढीले वस्त्र पहनें। धूप के चश्में, छाता, टोपी व चप्पल आदि का प्रयोग करें। यदि खुले में कार्य करने की आवश्यकता हो तो सिर, चेहरा, हाथ और पैरों को कपड़े से ढ़ककर रखें, समस्या होने पर पूरे शरीर को गीले कपड़े से पोछे तथा चिकित्सक से संपर्क करें। यात्रा करते समय पीने का पानी साथ ले जायें। ओ०आर०एस० अथवा घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।

अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 कुंवर वीरेन्द्र मौर्य  ने जन जागरूकता के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित कराना एवं ग्रामीण स्तर के कार्यकर्ताओं को हीट वेव के सम्बन्ध में अलर्ट जारी करना। सन स्ट्रोक से बचाने के लिए जन सूचना जारी करने के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात करना व 108/102 व अन्य आपातकालीन सेवाएं सक्रिय करना, अस्पतालों एवं हेल्प सेंटर्स में पावर सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाये। सभी अस्पतालों/पी0एच0सी0/सी0एच0सी0 में ओ0आर0एस0 और तरल पदार्थ के पदार्थ के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था करना। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो एवं जिला अस्पताल पर आवश्यक दवाईयां उपलब्ध हो तथा स्वास्थ्य केन्द्रो की हिट वेव से किसी भी प्रकार की घटना होने पर 24×7 क्रियाशील रहने हेतु निर्देशित किया जाता है।


 
 
 

About The Author: Swatantra Prabhat UP