खबर का असर-प्रधानमंत्री आवास लाभार्थी से सर्वेयर के दलाल ने वसूले 18 हजार रुपये एफआईआर दर्ज 

परियोजना निदेशक डूडा की तहरीर के आधार पर आरोपी आकाश अवस्थी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच एसआई अजीत कुमार सिंह को सौंपी गई है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।-अंबर सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सदर
 
 
 
लखीमपुर-खीरी।
 
प्रधानमंत्री आवास की धनराशि में वसूली की शिकायत पर डीएम के आदेश पर एसडीएम सदर के नेतृत्व में गठित टीम ने जांच की तो शिकायत सही पाई गई।
 
सर्वेयर के साथी ने शहर के मोहल्ला मिश्राना निवासी एक महिला लाभार्थी से 18000 रुपये ऐंठ लिए। डीएम के आदेश पर परियोजना निदेशक ने आरोपी के खिलाफ सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है, जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।     
परियोजना अधिकारी डूडा डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि जिला नगरीय विकास अभिकरण के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी का नगरीय निकायों में संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत मकान निर्माण के लिए अधिकतम रुपया 2.50 लाख रुपये भवन स्वामी को तीन किश्तों में भुगतान किया जाता है। मोहल्ला मिश्राना के सर्वेयर गौरव ने निजी तौर पर आकाश अवस्थी को सहयोग में रखा था। वह सर्वेयर की आईडी पर काम करता था। लाभार्थियों से वसूली की शिकायत डीएम महेंद्र कुमार सिंह को मिली थी। 
 
इसे गंभीरता से लेकर डीएम ने एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की। टीम में परियोजना निदेशक डूडा, नायब तहसीलदार और राजस्व लेखपाल को भी शामिल किया गया। जांच टीम के साथ आठ अप्रैल 2024 को मौके पर पहुंचे परियोजना निदेशक ने जांच की। जांच के दौरान मोहल्ला मिश्राना निवासी बेवा 57 वर्षीय रेखा देवी  ने बताया कि उसे शहरी प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था, जिसकी पहली किश्त 50 हजार व दूसरी किस्त 01 लाख 50 हजार रूपये मिली थी।
 
आकाश अवस्थी उसके आवास पर आए और पहली किस्त में आठ हजार रूपये आवास स्वीकृत कराने के नाम पर ले गए। दूसरी किस्त जब मिली तो पहली बार में पांच हजार रुपये, दूसरी बार में तीन हजार ले गए। दो हजार रुपये अभी देने शेष रह गये हैं। जांच टीम ने पीएमसी स्नोफउण्टेन कंसल्टेंट से जब जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि कथित आकाश अवस्थी कभी भी पीएमसी में इंजीनियर या सर्वेयर के रूप में कार्य नही किया है।
 
पीएमसी स्नोफाउण्टेन कंसल्टेंट के महाप्रबंधक ने जांच टीम को बताया कि 09 फरवरी, 2024 से जिला समन्वयक एवं 15 से अधिक सर्वेयरों / इंजीनियरों को पीएमसी ने लखीमपुर खीरी जनपद से अन्यत्र स्थानांतरित  कर कार्यमुक्त कर दिया है। अन्यत्र जनपदों के जिला समन्वयक एवं 09 सर्वेयरों -इंजीनियरों की तैनाती भी की जा चुकी है। टीम ने जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी थी। डीएम के आदेश पर परियोजना निदेशक ने सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। जिस पर पुलिस ने आरोपी आकाश अवस्थी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

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