सेटिंग गेटिंग से दिन रात होता अवैध खनन

पुलिस और राजस्व कर्मियों की सांठ गांठ से होता अवैध खनन

खनन माफिया कई थानों में है दागदार

अशोक तिवारी असोहा संवाददाता

असोहा (उन्नाव)। योगी सरकार में खनन माफियाओ के बल्ले बल्ले है। खास कर उन्नाव जनपद में। उस में भी सबसे ज्यादा खनन माफिया असोहा क्षेत्र में आबाद है। असोहा थाना क्षेत्र में कांथा नर्सिंगपुर से लेकर असोहा थाना की नाक के नीचे चन्दनखेड़ा सेमरी हरनाम खेड़ा तक खनन माफियाओ ने धरती का सीना छलनी कर डाला। और समाचार लिखे जाने तक यह काम बहुत तेजी से चल रहा है।

लेकिन इसमें खास बात यह है कि काफी शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन से लेकर तहसील पुरवा के असरकारों, स्थानीय पुलिस की इनपर इनायत है। हैरत की बात तो यह है कि यह खनन माफिया भोले-भाले किसानो की जमीन औने पौने रेट पर लेकर खनन विभाग से दो फुट मिट्टी खोदने का परमिट लेकर आठ आठ फुट मिट्टी खोदकर खनन नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। और तहसील के जुम्मेदार इसे नजन्दाज कर अपनी सेटिंग करते हैं। इससे भी हैरत की बात तो यह है l


कि,यह खनन माफिया ग्राम समाज की जमीनों को भी नहीं छोड़ रहे हैं और इसपर भी खनन बेरोक टोक हो रहा है। बस फर्क इतना भर है कि ग्राम पंचायत की जमीन पर खनन रात नौ बजे से सुबह तक होता है। इस समय सबसे ज्यादा खनन असोहा थाना क्षेत्र के गांव नर्सिंगपुर तथा कांथा महिपत खेड़ा में हो रहा है और थाना सोहरामऊ के जोगा सराय और उसके आस पास रात रात अवैध खनन धड़ल्ले से हो रहा है। जिसमे थाना माखी के कुछ दबंग लोगों का नाम चर्चा में है जो दिन रात अशाखेड़ा के नवप्रतिष्ठित पराग प्रतिष्ठान में बैठे पाए जा सकते हैं।

बताते चलें कि जोगाबराय और सहरावां में कानपुर के एक मसहूर होटल ब्यवशाई के बन रहे प्रतिष्ठान में खनन कर मिट्टी डाली जा रही है। और खनन का ठेका उन्नाव जनपद के कुछ ऐसे लोग करवा रहे हैं जिनका खनन कराने में रिकॉर्ड ही खराब है। यही नहीं इन खनन कराने वालों की सेटिंग तहसीलों से लेकर जनपदीय अधिकारियों तक है। क्षेत्र के कुछ संभ्रांत लोगों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री दरबार में करने की बात कही है।

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