कानपुर । कानपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी और सपा कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है । बहुजन समाज पार्टी सिर्फ वोट काटने के रोल में दिखाई दे रही है। लोकसभा चुनाव में कानपुर की लोकसभा सीट पर कानपुर निवासियों ने पूर्व से लेकर अब तक सभी प्रत्याशियों को मौका दिया है। यहां से कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवारों को कानपुर की जनता संसद तक पहुंचा चुकी है। पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सत्यदेव पचौरी विजयी रहे थे। इससे पहले कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल यहां से तीन बार सांसद रह चुके हैं। कानपुर की जनता ने पूर्व में कम्युनिस्ट पार्टी की प्रत्याशी सुभाषिनी अली को भी जीत दिलाई है।
वर्तमान में होने जा लोकसभा चुनाव में कानपुर से भारतीय जनता पार्टी ने रमेश अवस्थी को प्रत्याशी बनाया है जब कि सपा कांग्रेस गठबंधन ने आलोक मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। चुनाव में मुख्य मुकाबला इनी दोनों प्रत्याशियों के बीच दिखाई दे रहा है। बहुजन समाज पार्टी छाप छोड़ने में नाकाम दिखाई दे रही है।
रमेश अवस्थी पेशे से पत्रकार थे और आलोक मिश्रा दिल्ली पब्लिक स्कूल के संचालक हैं। आलोक मिश्रा काफी पहले से कानपुर में समाजसेवी के रुप में काम करते दिखाई दिए हैं ।
कानपुर के वृद्ध लोगों को उन्होंने काफी धार्मिक स्थलों के दर्शन कराए हैं। इधर रमेश अवस्थी के लिए सभी भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रयास कर रहे हैं। कानपुर लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीट आतीं हैं जिनमें तीन पर समाजवादी पार्टी और दो पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। इसलिए मुकाबला कड़ा है। कैंट, आर्यनगर, और सीसामऊ विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के पास है जबकि किदवई नगर और गोविंद नगर विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के पास है।