लालगंज,रायबरेली:- कस्बे में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी एवम् विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित, प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सुरेंद्र सरस्वती नगर लालगंज, में नवरात्रि की प्रथम आराध्य देवी मां शैलपुत्री का विधि पूर्वक पूजन अर्चन विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवांग अवस्थी के द्वारा किया गया। तदुप्रांत सभी शिक्षक शिक्षिकाओं व बच्चों ने भी माता के जयकारे के साथ पूजन अर्चन किया, साथ ही देवी के घट स्थापना,अखंड ज्योति प्रज्वलित कर माता के प्रथम चरित्र का पाठ कर मंगल फल प्राप्ति की कामना किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में बताते हुए कहा कि माता के रूप सती, पार्वती, दुर्गा, उमा, शुभांगी, पर्वतवासिनी जैसे अनेकानेक नामों से प्रसिद्ध है। पूर्व जन्म में इनके पिता राजा दक्ष थे। राजा दक्ष ने यज्ञ किया,परंतु दामाद शिव को नहीं बुलाया। सती भगवान शंकर की स्वीकृति के बिना पिता के यहां चली गई। यज्ञास्थल पर अपना तिरस्कार एवम् शिव का आसन न देखकर कुपित सती यज्ञाग्नि में कूद पड़ी। उधर शिव की समाधि भंग हुई, तो उन्होंने वीरभद्र नामक गण को यज्ञस्थल पर भेजा। वीरभद्र ने यज्ञस्थली को विध्वंस किया और सती के जलते शरीर को लेकर चल पड़ा।
धरती पर सती के अंग जिस- जिस स्थान पर गिरे, वहां -वहां शक्तिपीठ स्थापित हो गए। सती का अगला जन्म शैलराज की पुत्री पार्वती के रूप में हुआ। पार्वती की घोर तपस्या के बाद शिव ने उनका वरण किया। पर्वत राज की पुत्री होने के कारण माता के इस प्रथम रूप का नाम शैलपुत्री पड़ा। अंत में सभी को चैत्र नवरात्रि की ढेरों शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं ने मिल कर माता का पूजन एवम् आरती की, जय माता की -जय माता दी के जयकारे से संपूर्ण विद्यालय भक्ति के रस में सराबोर रहा। सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने में राधाकृष्णन हाऊस की भूमिका सरहनीय रही। उक्त कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं व कर्मचारिगण उपस्थित रहे।