विशेष संवाददाता
मिल्कीपुर, अयोध्या। माह-ए-रमजान के आखिरी शुक्रवार को मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 72 मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई। तहसील क्षेत्र के थाना कुमारगंज 26, खण्डासा 24 व इनायत नगर 22 कुल थाना क्षेत्र के 72 मस्जिदों में अल्लाह की इबादत में हजारों रोजेदारों के सिर झुके और मुल्क की बेहतरी के लिए दुआ मांगी। नगर पंचायत कुमारगंज बवां स्थित मस्जिद में भी रोजेदारों ने नमाज पढ़ी। नए कुर्ता पायजामा पहनकर छोटे छोटे बच्चे भी जुमा अलविदा की नमाज में शामिल हुए। नए कुर्ता पायजामा पहनकर छोटे छोटे बच्चे भी जुमा अलविदा की नमाज में शामिल हुए।
देवगांव के तुरश्मपुर जुम्मा मस्जिद, असरफी मस्जिद, शेख का पुरवा मस्जिद, गोकुला मस्जिद, इटौंजा मस्जिद में सैकड़ों नमाजियों ने नमाज पढ़ी। कस्बा कुमारगंज व ग्रामीण क्षेत्र की अन्य मस्जिदों में भी जुमा अलविदा की नमाज अदा की गई।
अलविदा का अर्थ है किसी चीज का जाना या रुखसत होना। रमजान के सबसे आखिरी जुमे को अलविदा के नाम से पुकारा जाता है, चूंकि उसके बाद कोई जुमा नहीं आता और सीधे ईद आती है। इसलिए आखिरी जुमे को पढ़ी जाने वाली नमाज अलविदा की नमाज कहलाती है।
वैसे तो इस्लाम में हर जुमा की अहमियत है, पर रमजान का आखिरी जुमा होने के चलते यह खास हो जाता है। बवां गांव में स्थित मस्जिद में लगभग 1000 नमाजियों ने आज दोपहर नवाज पढ़ी। इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष कुमारगंज विकास सिंह छोटू समेत क्षेत्र के संभ्रांत लोग मौजूद रहे। क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के के बीच अलविदा की नमाज सकुशल संपन्न हुई ।