स्वतंत्र प्रभात
शाहाबाद ब्लाक क्षेत्र के ग्राम आगमपुर में जिला पंचायत की सरकारी भूमि की नीलामी के बाद भी नीलामी लेने वाले व्यक्ति को उक्त भूमि का कब्जा नहीं मिल सका। पीड़ित अधिकारियों की ड्योढ़ी पर न्याय की गुहार लगाता घूम रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा लगातार भूमाफियाओं से भूमि खाली कराने और उन पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश जारी किए जा रहे हैं। लेकिन धरातल पर इसके विपरित सैकड़ों स्थानों पर अभी भी सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं के अवैध कब्जे बरकरार हैं।
इसकी एक बानगी हर तहसील दिवस में आने वाले राजस्व के प्रार्थना पत्रों की संख्या से देखी जा सकती है। इसी तरह का एक मामला क्षेत्र के ग्राम आगमपुर में प्राइमरी स्कूल के बगल में गाटा संख्या 582 जिला पंचायत की भूमि है। नीलामी में उक्त भूमि अपर मुख्य अधिकारी द्वारा 20/11/23 को गांव के राकेश कुमार पुत्र ओमप्रकाश के नाम की गई। जिसका शुल्क जमाकर रसीद दी गई।लेकिन मौके पर भूमि भईया लाल पुत्र कोमिल ने आठ वर्ष से नाजायज कब्जा कर रखा है।
16 मार्च को पीड़ित की शिकायत पर हल्का लेखपाल और कानूनगो ने भूमि की नाप की और विपक्षी से कब्जा छोड़ने को कहा। 20 मार्च को विपक्षी उक्त भूमि पर सरसों की फसल काट रहा था। उसने मना किया तो विपक्षी ने उसे गाली गलौज किया और मारने पर उतारू हो गया। डायल 112 पर फोन करने पर पुलिस गई और फसल काटने से मना कर दोनों पक्षों को कोतवाली आने को बोला। इसके बाद भी विपक्षी कब्जा न छोड़ते हुए फसल काट रहा है।पीड़ित ने एसडीएम सहित अन्य उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।