इफको घियानगर में रुद्राभिषेक एवम धार्मिक कार्यक्रम आयोजित।

स्वतंत्र प्रभात
प्रयागराज।
 
स्वामी करपात्री जी महराज के उत्तराधिकारी शिष्य ,  ब्रम्हचारी स्वामी नागा बाबा जी (आश्रम - अस्सीघाट वाराणसी) का पदार्पण 10 मार्च कोइफको के घिया नगर में मनोज मिश्रा  के NC- 61 में हुआ। प्रति दिन घीयानगर के NC- 61 मे सुबह रुद्राभिषेक हुआ  जिसमे मनोज मिश्र मुख्य यजमान रहे।साथ में विनीत दुबे, सुबोधना शर्मा ,मनोज तिवारी, पी सी शुक्ला, संजय अवस्थी, पी सी मिश्रा, रमाकांत ,सुधीर मिश्रा, विवेक तिवारी, मेरा परिवार सहित अन्य कई परिवार भगवान भूतभवान का अभिषेक करते और अभिषेक का सारा इंतजाम मिश्रा जी बड़े मनोयोग और भक्तिभाव से करते। 
छोटे स्वामी जी बहुत ही स्पष्ट और मधुर उच्चारण के साथ अभिषेक मंत्र पढ़ते।और शाम को स्वामी जी का अमृत प्रवचन ,आरती तत्पश्चात भजन होता। भजन के बाद सभी भक्तजनों के लिए महाप्रसाद और भंडारा। भंडारे का मुख्य दायित्व विनीत दुबे जी ने संभाल रखा था। मनोज तिवारी, पीसी शुक्ला , संजय अवस्थी, पीसी मिश्रा आदि ने सामान्य व्यवस्था। प्रतिदिन लगभग 50-60 लोगो की उपस्थिति रहती। अजय दुबे, घनश्याम मिश्रा, मनोज शुक्ला, बी पी मिश्रा,आर पी दुबे, सुशील मिश्रा, एस के शुक्ला, रामेश्वर मिश्रा , राकेश नौटियाल, के के, डी सी सिंह,अनूप सिंह, एस एस यादव, ,राजवीर आदि परिवारों ने बढ़चढकर हिस्सा लिया।
 
अनुराग तिवारी, स्वयं प्रकाश, पंकज पांडेय , धर्मेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह आदि ने भी श्रद्धेय स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वामी जी ने नैनो प्लांट का भी भ्रमण किया। पिछले 4-5 दिनों से पूरा माहौल आध्यात्मिक ऊर्जा और शक्ति की भावना से ओतप्रोत रहा।  महिलाओं के सुमधुर भजनों की अद्भुत श्रृंखला भक्तिरस की रसधारा मे सबको सराबोर करती रही। प्रज्ञा भाभी का गीत "मेरी 60 लाख की लाटरी" तो सुपर डुपर रहा। 
15 मार्च को रुद्रा अभिषेक के बाद 11.00 बजे स्वामी जी अपने आश्रम अस्सी घाट वाराणसी के लिए प्रस्थान किया। मैं स्वयं , पी सी शुक्ला, विवेक तिवारी, सुधीर मिश्रा, विनीत दुबे, संजय अवस्थी आदि लोगों के साथ कई महिलाएं भी महराज श्री को भावविह्वल विदाई देने के लिए उपस्थिति रहे। मनोज मिश्र स्वामी जी को छोड़ने बनारस तक गए। इन दिनों हम सभी ने स्वामी जी की अनुकंपा और आशिर्वाद से जिस ज्ञान ,भक्ति और अध्यात्म के संगम में डुबकी लगाई वह अद्भुत और अनमोल रहा
 
 

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