स्वतंत्र प्रभात।
लोकसभा चुनाव से पहले अद्भुत तरीके से हालात बदलते नजर आ रहे हैं। मंगलवार को अचानक से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया। उधर बीजेपी और जेजेपी में गठबंधन विच्छेद हो गया। वहीं तेजी से बदले घटनाक्रम में मनोहर लाल के स्थान पर दलित चेहरा नयाब सैनी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी गई है। शाम 5 बजे दलित ओबीसी समाज के नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद की गवर्नर ने शपथ दिलाई। उनके साथ 5 और मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह चौटाला,जय प्रकाश दलाल,डाॅ.बनवारी लाल ,कुंवरपाल है।
जातिगत समीकरण के तहत एक स्वर्ण, एक दलित, 3 जाट, और एक गुर्जर समाज से हैं। सभी बनाए गए मंत्री खट्टर मंत्री मंडल में भी शामिल रहे हैं।पीछे की वजह में दरअसल जेजेपी ने लोकसभा के लिए ज्यादा सीटों की मांग की थी। इसपर बीजेपी तैयार नहीं थी। इसी बंटवारे पर असहमति के चलते जेजेपी और बीजेपी के अलग-अलग रास्ते हो गए। सूत्रों की जानकारी के मुताबिक पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को करनाल से लोकसभा के लिए लडाया जा सकता है। या बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को हटाकर मनोहर लाल खट्टर को भाजपा अध्यक्ष पद की कमान सौपी जा सकती हैं।
बता दें कि सोमवार को द्वारका एक्सप्रेसवे के उद्घाटन अवसर में मौजूद मनोहर लाल खट्टर की पीएम नरेंद्र मोदी ने खासी बढाई की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि मनोहर लाल और हम दोनों बाइक पर हरियाणा मिशन के लिए घूमते रहते थे। हमने हरियाणा और पार्टी के लिए साथ-साथ बहुत काम किया है। और अगले ही दिन हरियाणा में सीएम खट्टर ने इस्तीफा दे दिया। इधर बीजेपी से अलग हुए जेजेपी के 10 में से आधे विधायक बीजेपी के साथ पिंगे बढाने के लिए फिर बेताब हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में बीजेपी की कुल सीट 41 निर्दलीय + 6+ एच एलपी1=48 वहीं कुल विधानसभा सीट हैं=90 बहुमत के लिए चाहिए:46 इस हिसाब से बीजेपी बहुमत में है। मंगलवार शाम 5 बजे बीजेपी हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की बागडोर थमा दी है। संजय भाटिया को हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।