कैसरगंज लोकसभा किसका....

 क्या भारतीय जनता पार्टी बाहुबली को बनाएगी प्रत्याशी कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से

स्वतंत्र प्रभात 
गोंडा लोकसभा चुनाव नजदीक आ गया है।और भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों की पहली सूची तो जारी कर दी। लेकिन कैसरगंज लोकसभा सीट के हिस्से में इंतजार लिख दिया। इंतजार भी इसलिए है कि कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से किसे चुनाव मैदान में उतारा जाए क्षत्रिय और ब्राह्मण में किसे टिकट दिया जाए। क्योंकि कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ब्रहामण समाज में तरबगंज से वर्तमान विधायक प्रेमनारायण पांडेय का नाम सुर्खियों में बना हुआ है।
 
तो वहीं वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थकों में टिकट को लेकर मायूसी छाई हुई है। क्योंकि नगर निगम चुनाव में नवाबगंज से भारतीय जनता पार्टी ने जनार्दन सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था। लेकिन नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को पार्टी से कोई समर्थन नहीं मिला था।और जमानत जब्त हो गई थी। और निर्दलीय प्रत्याशी सत्येंद्र सिंह ने जीत दर्ज करके भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
 
तो वहीं गोंडा सदर विधायक प्रतीक भूषण शरण सिंह है। और गोंडा मुख्यालय सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार उजमा राशिद ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को हराकर गोंडा जिले में हलचल पैदा करने में कामयाब रही। और भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल हो गई।क्योंकि गोंडा जिले में सात विधानसभा सीट है। और सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा विधायक हैं।और लोकसभा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैय्या और देवीपाटन मंडल में बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह की तूती बोलती है।
 
इनके बगैर इजाजत के देवीपाटन मंडल में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।तो वहीं लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही लोकसभा कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के क्षेत्र अंतर्गत ढेमवा घाट मार्ग को लेकर मतदाताओं में चर्चा तेज हो गई है।दो वर्ष पहले आई बाढ़ की विभिषिका से ढेमवा घाट मार्ग पूरी तरह कटकर नदी में समाहित हो गया था। और मांझा वासियों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा था।लेकिन अभी तक बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
 
जून में बारिश सत्र शुरू हो जाएगा तो एक बार फिर बाढ़ पीड़ितों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण के आरोप का भी कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह को सामना करना पड़ा।और  महिला पहलवानों के मामले में कोर्ट से राहत जरूर मिली लेकिन भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल हुई। हाल ही में कुश्ती संघ का चुनाव कराया गया जिसमें सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह उर्फ बबलू भैय्या कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर नवनिर्वाचित हुए और बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह के काफिले में शामिल होकर काफी समर्थकों के साथ दिल्ली से होते हुए नंदिनी नगर महाविद्यालय के कुश्ती प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचे जहां फूल मालाओं से लादकर स्वागत सम्मान किया गया।
 
इस दौरान महिला पहलवानों द्वारा काफी नाराजगी जताई और देर रात्रि में कुश्ती संघ की कार्यकारिणी भंग कर दिया गया। और भारतीय जनता पार्टी की एक बार फिर छवि धूमिल हुई।और अयोध्या धाम में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर प्रांगण में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम में भी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को नहीं बुलाया गया। इस मौके पर सांसद श्री सिंह नंदिनी नगर के स्पोर्ट्स स्टेडियम में बैठकर कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देख रहे थे।
 
ऐसे में सांसद बृजभूषण शरण सिंह के टिकट को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा क्षेत्र कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर भरोसा तीसरी बार भरोसा करती है। अथवा नया चेहरा तलाश कर रही है। क्योंकि चुनाव आयोग ने कहा है कि मेरे तरफ से चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी है। और आचार संहिता लागू होने में कुछ ही दिन शेष हैं। और अभी तक कैसरगंज लोकसभा का टिकट फाइनल नहीं किया गया है।
 
कहीं न कहीं भारतीय जनता पार्टी में कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के बारे में कुछ सोच रही है। क्योंकि गोंडा जिले से कीर्ति वर्धन सिंह उर्फ राजा भैय्या के बस्ती से हरिश द्विवेदी और अयोध्या से लल्लू सिंह के ऊपर भारतीय जनता पार्टी ने भरोसा जताते हुए टिकट फाइनल कर दिया और देवीपाटन मंडल बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट अभी तक फाइनल नहीं हुआ। जिससे देवीपाटन मंडल में चर्चा तेज हो गई है। फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आठ मार्च को सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।

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