स्वतंत्र प्रभात
मीरजापुर, विंध्याचल। जनपद में ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा अवैध कार्यों पर पूरी तरह से अंकुश लगाने में सफल है तो वहीं मीरजापुर में अवैध खनन खुलेआम और विभागीय संरक्षण में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सरकार करोड़ों खर्च कर प्राकृतिक वन सम्पदा की संरक्षण करने में लगी है तो वही उनके ही मातहतों द्वारा वन सम्पदा का दोहन किया जा रहा है।
अब शासन और प्रशासन के नाक के नीचे इस तरह के अवैध खनन हो रहा है तो निश्चित ही यहां के विभागीय अधिकारी चुप्पी साधने का मौन स्वीकृति प्रदान किया गया है। परसिया,बैरहवा, गहिरा,सोनवर्षा, कोलाही नदी के पास,लालगंज और सदर वन विभाग के बॉर्डर पर, मटना और मटना के आस पास बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि यह खनन विंध्य पर्वत की उजाड़ने और उसे नष्ट करने का कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है। खबर चलने के बाद विभागीय अधिकारी कुछ छोटे लोगों पर कार्यवाही करके खानापूर्ति कर देती है और फिर बड़े लोगों को छोड़ दिया जाता है।