फर्जी अंक पत्रों पर शिक्षक बने लोगों को संरक्षण दे रहे खंड शिक्षा अधिकारी व बी एस ए  प्रवीण कुमार तिवारी

स्वतंत्र प्रभात 
लखीमपुर खीरी प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां भ्रष्टाचार और फर्जीवाडा पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति लागू कर रहे है।लेकिन जनपद खीरी के बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्ट आचरण अफसरों और कर्मचारियों के चलते भ्रष्टाचार पर लगाम लगती नजर नहीं आ रही है ।बताते चलें की बेसिक शिक्षा अधिकारी खीरी के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग में दर्जनों शिक्षक फर्जी अंक पत्रों  पर नौकरी करते देखे जा सकते हैं।
 
जिसमें एक अवकाश प्राप्त शिक्षक नेता प्रभुनाथ प्रजापति जो फर्जी अंक पत्रों पर नौकरी करते अवकाश प्राप्त कर चुके हैं। लेकिन आज तक इनके अंक पत्रों की जांच नहीं कराई गई। जबकि उक्त फर्जी अंकपत्रों पर शिक्षक की नौकरी कर रहे फर्जी शिक्षकों के अंकपत्रों की जांच व कार्यवाही कराए जाने को लेकर विगत 6 माह से स्वतंत्र प्रभात समाचार टीम लिखित शिकायत कर रही है। और निरंतर खबरें प्रकाशित कर कुंभकरण की नींद में सोए बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को जगाने का काम कर रहे हैं।
 
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व माध्यमिक विद्यालय संविलियन सिसौरा के शिक्षक श्याम जी यादव फर्जी अंक पत्रों की दम पर शिक्षक बने सरकारी खजाने को चूना लगा रहे हैं ।इतना ही नहीं उक्त कथित शिक्षक श्याम जी यादव को शिक्षा जगत मेंसम्मान से सम्मानित भी किया जा चुका है। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय खानपुर में तैनात शिक्षक प्रभु नारायण यादव के अंक पत्रों में हाई स्कूल अंक पत्र फर्जी होने के आरोपों का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
 
बेसिक स्कूलों में फर्जी अंक पत्रों के आधार पर नौकरी करने वालों की फेहरिस्त में विकासखंड बांकेगंज के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय भटपूरवा कॉलोनी में तैनात शिक्षक विनोद कुमार फर्जी अंक पत्रों पर नौकरी करते हुए सरकारी कोष को चूना लगा रहे हैं ।इसी क्रम में पूर्व माध्यमिक विद्यालय ओदरहना से अवकाश प्राप्त कर चुके शिक्षक नेता प्रभुनाथ प्रजापति के भी अंक पत्र फर्जी बताए जाते हैं ।उक्त नामित शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच कराए जाने वास्ते आज 6माह से कई प्रार्थना पत्र स्वतंत्र प्रभात समाचार पत्र के जिला संवाददाता नित्या नन्द बाजपेई द्वारा दिए जा चुके हैं।
 
लेकिन उक्त शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच नहीं कराई जा रही है। विभागीय गुप्त सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी फूलबेहड़  द्वारा प्रतिमाह के हिसाब से तय-सुदा सुविधा शुल्क मिलने के चलते कोई कार्यवाही संभव नहीं है। इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि खंड शिक्षा अधिकारी फूल बेहड कार्यालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर की मिली भगत के चलते प्रार्थना पत्रों को गायब कर दिया जाता है ।और इसके एवज में प्रतिमाह बड़ी रकम वसूल की जाती है।
 
इस खेल में एक शिक्षक नेता का नाम भी चर्चा में शामिल होने की चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी व लेखा विभाग में तैनात लिपिक तक पहुंच रही सुविधा शुल्क के चलते उक्त फर्जी अंक पत्रों पर नौकरी कर रहे शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही एवं उनके अंक पत्रों की जांच जानबूझकर नहीं कराई जा रही है।
 
सूचना अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त प्रभु नारायण यादव के अंक पत्रों में हाई स्कूल का अंक पत्र बंगाली भाषा में है जो पूर्णता संदिग्ध होने की ओर इशारा करने को काफी है। यदि विनोद कुमार व श्याम जी यादव रघुनाथ प्रजापति के साथ-साथ प्रभु नारायण यादव के अंक पत्रों की कराई जाए निष्पक्ष जांच तो एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा होना होगा तय।और खंड शिक्षा अधिकारी फुल बेहड व बांकेगंज के साथ-साथ लेखा विभाग में बैठे बाबू सहित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की भूमिका होगी सवालों के घेरे में और तय होगी जवाब देही।
 

About The Author: Abhishek Desk