हजारों बस मार्शलों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से भी लगाई गुहार, बोले फाइल नहीं आई

स्वतंत्र प्रभात 
दिल्ली। अपने रोजगार की बहाली को लेकर परेशान हजारों बस मार्शल आज शनिवार को पंत मार्ग स्थित भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के कार्यालय पर भी गुहार लगाने पहुंच गए। अध्यक्ष कार्यालय के बाहर महिला-पुरूष समेत हजारों बस मार्शलों ने दिल्ली सरकार द्वारा पारित बिल को एलजी समेत गृह मंत्रालय से अप्रूवल कराने की  सचदेवा से गुहार लगाई।
 
बडी संख्या में बस मार्शलों के वीआईपी क्षेत्र में हजारों की भारी भीड को जुटते देखकर खुफिया ऐजेंसियों समेत सुरक्षा फोर्स के भी पसीने छूट गए। इस बावत बस मार्शल संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेता मुकेश कुमार ने सुरक्षा ऐजेंसियों को भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से मिलने की बात बताई तो पुलिस फोर्स ने राहत की सांस ली। मोर्चे के नेता मुकेश ने मीडिया को बताया कि यहां मौजूद हजारों महिला-पुरूष सभी बस मार्शल सिविल डिफेंस वाॅलिंटियर है जो पिछले 7-8 साल से दिल्ली की डीटीसी, बसों में बतौर मार्शल की ड्यूटी दे रहे थै।
 
लेकिन अचानक से दिल्ली सिविल डिफेंस 1968 का हवाला देकर हमें नौकरी से  हटा दिया। मुकेश के मुताबिक तमाम बेरोजगार हुए बस मार्शल अक्टूबर,2023 से दिल्ली सचिवालय,पाॅवर हाउस राजघाट के बाहर लगातार 5 महीने से अपने रोजगार बहाली को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।इस बीच हमारे घर परिवार तक की किसी ने सुध नहीं ली। इस दौरान 12-13 बस मार्शलों की नौकरी जाने और सदमें में आ जाने से उनकी  ,हार्ट अटैक,  समेत सुसाइड तक कर चुके है। आज उनकी  मौत से मार्शलों में बेहद रोष है।
 
मृतकों के परिवार में कोई भी आर्थिक रूप से देखने वाला नहीं है।तमाम मार्शलों की भी माली हालत बेहद खराब हो चुकी है। रोटी-रोटी को मोहताज हुए मार्शलों के बच्चे स्कूल फीस किताब काॅपी न मुहैया होने से सडकों पर बैठे है।किराये के मकान में रहने वाले तमाम मार्शलों को मकान मालिक ने समान समेत बाहर निकाल दिया है। बच्चों समेत बूढे मां-बाप का दवाई, इलाज तक नहीं हो पा रहा है।
ऐसी हालत में हम आखिर जाए तो जाए कहां? इसीलिए दिल्ली सरकार द्वारा बस मार्शलों की नौकरी बाहली का कथित पास  किये गए प्रस्ताव को सिरे तक पहुंचाने की खातिर बीजेपी दिल्ली प्रदेश वीरेंद्र सचदेवा के कार्यालय में पहुंचकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना समेत गृह मंत्रालय से फाइल पर हस्ताक्षर की गुहार लेकर आए हैं।
 
महिला मार्शलों में मौजूद , अमिता मेहरा,गीता,स्नेहा,दिव्या के अलावा पुरूषों में मुकेश कुमार,हर्षित त्यागी,इलियास खान,मुकेश पाल ने बताया कि हरेक जिम्मेदार नेताओं की चौखट पर अपना सीस नवां चुके हैं। सभी फाइल पर सिग्नेचर की बात कह रहे हैं। जितना हमारा मामला लंबा खींचेगा उतनी हमारे परिवार की दुर्गति होगी। सभी ने कहा कि हमारा सभी नेताओ से निवेदन है कि मार्शलों के रोजगार को जल्दी से जल्दी बहाल किया जाए। 

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