लखनऊ। सरोजनीनगर विकासखंड के ग्रामसभा सहिजनपुर में राजस्व भू-सम्पत्ति गाटा सँ०-232, रकबा-.8720 हेक्टे० ऊसर अंकित है लेकिन राजस्व विभाग के स्थान पर अब यह जमीन प्रापर्टी डीलरों व भू-माफियाओं के अवैध कब्जे में है और वहां पर उनके द्वारा धडल्ले से प्लाटिंग कर जमीन विक्रय भी की जा रही है।
एक तरफ तो योगी सरकार भू-माफियाओं के विरुद्ध जीरो टालरेंश की नीति की बात कर रही है और मंडलायुक्त रोशन जैकब भी लगातार अधिकारियों को ऊसर ग्राम समाज व चकरोट को कब्जा मुक्त करवाने के आदेश दे रही है लेकिन सरोजनीनगर तहसील में बैठे राजस्व विभाग के बेलगाम लेखपाल,कानूनगो , एवं तहसील के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से सहिजनपुर ग्राम सभा में फतेगंज नारायणपुर मार्ग पर खाली पड़ी ऊसर भूमि पर अब प्रापर्टी डीलरों ने ना सिर्फ कब्जा कर लिया है।
बल्कि उक्त भूमि पर धड़ल्ले से प्लाटिंग भी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि क्षेत्रीय लेखपाल से लेकर उच्चाधिकारियों तक इन भू माफिया प्रापर्टी डीलरों से मोटी रकम भी वसूली गयी है। ग्रामीणों द्वारा पूर्व में इसकी शिकायत भी उच्चाधिकारियों से की गयी लेकिन अधिकारियों ने भी इसे नजरअंदाज कर दिया। जिससे भू-माफियाओं के हौंसले में दिन दूने रात चौगुने में बढोत्तरी होती जा रही है।
वरिष्ठ अधिकारी आँख मूँदकर तमाशबीन बन बैठे है। वहीं स्थानीय स्तर पर लेखपाल की मनमानी और भू-माफियाओं की मिलीभगत और साँठगाँठ करके सरकारी जमीन बेचने में अपने उत्तरदायित्व को दर किनार कर अवैध धन उगाही की जा रही है।