स्वतंत्र प्रभात
लखीमपुर खीरी एक और सुबह के कम सरकारी जमीनों और तालाब को पाट कर उस पर अवैध तरीके से कब्जा करने वालों के विरुद्ध बुलडोजर की कार्रवाई करने और अवैध कब्जा आधारित लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने के आदेश दे रहे हैं। लेकिन जनपद खीरी की लखीमपुर तहसील के अंतर्गत व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते कथित भूमाफिया और कुछ दबंग लोग शासन के आदेशों का मखौल उड़ाते हुए तालाबों का अस्तित्व समाप्त करने के साथ-साथ खलिहान और शमशान व अन्य सरकारी जमीनों पर बेवकूफ कब्जा करते देखे जा सकते हैं। तालाबों को पाट कर उस पर दुकान बनवाई गई हैं।
तो खलिहान कहीं खेतों में मिलायें जा रहे हैं। और योगी के उपयोगी अधिकारी एसडीएम सदर साहिबा को यह सब काम दिखाई ही नहीं पड़ता है। शायद उनको यह तालाब होने का एहसास ही नहीं है ।ऐसा ही एक मामला तहसील सदर के अंतर्गत विकासखंड फुल बेहड के ग्राम पंचायत सुंदरबल में पलिया लखीमपुर मार्ग पर स्थित एक तालाब को पाटकर एक दबंग सहकारिता विभाग के साधन सहकारी समिति के सचिव अशोक मिश्रा द्वारा लगभग आधा दर्जन दुकानें बनवाकर किराए पर दिए जाने का मामला जन चर्चा का विषय बना है।
इसकी दर्जनों शिकायतें एसडीएम सदर और जिलाधिकारी खीरी को दी गई पर सचिव द्वारा दी गई सहयोग राशि के चलते यह अवैध कब्जा दिखाई ही नहीं पड़ रहा है जिम्मेदारों को। सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उक्त सचिव काफी दबंग है और दंद फंद से काफी संपत्ति बना ली है। इसी धनवल की दम पर तहसील के कई अधिकारियों के साथ अच्छी सेटिंग गेटिंग बना रखी है। और इसी सेटिंग की दम पर तालाब को पाटकर उस पर दुकान बनवा डाली।
इन दुकानों के निर्माण के एवज में एक मोटी रकम राजस्व निरीक्षक के माध्यम से ऊपर तक पहुंचाए जाने की चर्चा आम है। और इसी शॉर्टकट की दम पर ग्राम आगरा में भी खलिहान की काफी जमीन कब्जा कर रखी है ।तहसील प्रशासन के अवैध कब्जे को आखिर क्यों नहीं हटवाया जा रहा है।कहीं गुलाबी नोटों की चमक कार्यवाही में रोडा तो नहीं बन रही है। इस मामले में तहसीलदार सदर से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया मामला संज्ञान में आया है जांच कार्यवाही कराई जाएगी।