मीडिया पड़ताल में खुला पोल घूस लेकर भी काम नहीं करते हैं जिम्मेदार

रोजगार सेवक को बनाया गया है पैसा वसूलने का अगुआ

बीस साल पहले बना सड़क का कभी नहीं हुआ मरम्मत 

स्वतंत्र प्रभात
अम्बेडकरनगर। सरकार लाख दावा करें कि हम भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देंगे परन्तु लगता है अम्बेडकर नगर जिले में यह दावा चिढ़ाते नजर आ रहे हैं क्योंकि यह पर कर्मचारी और अधिकारी दोनों भ्रष्टाचार में लिप्त है तो कौन जांच करेगा और कौन कार्यवाही। मामला जिले के विकास खंड रामनगर के चर्चित ग्राम पंचायत सचिव कुलदीप तिवारी का है जिनके पास दो कलेस्टर कुल मिलाकर 8 ग्राम पंचायत है
 
परन्तु किसी भी ग्राम सभा का प्रधान ग्राम पंचायत सचिव कुलदीप तिवारी को अपने साथ नहीं रखना चाहता इस बाबत लगभग सभी प्रधान मिलकर खंड विकास अधिकारी रामनगर और जिलाधिकारी को भी लिखित शिकायत दी परन्तु किसी भी अधिकारी ने अभी तक संज्ञान में नहीं लिया और जब इस मामले में जब खंड विकास अधिकारी और सीडीओ अम्बेडकर नगर से फोन पर वार्ता की गई तो उन्होंने कहा हमें इसकी जानकारी नहीं है अब बताइए लिखित शिकायत पर भी अधिकारियों को जानकारी नहीं है
 
तो उनको जानकारी कैसे दी जाए। जब इस खबर को देखते हुए ग्रामपंचायत कौड़ाही के केवटाही का सर्वेक्षण किया गया तो वहां पर कुछ और मामला सामने आया। सबसे पहले बताना चाहते हैं केवटाही में घुसते ही मेन रोड से खंडजा बस्ती के लिए जाती है वह एक दम टूटा फूटा मिला जब इस मामले में जानकारी की गई तो ग्रामीणों ने बताया इसको बने 20 साल से उपर हो गये परन्तु एक बार भी मरम्मत नहीं हुआ।
 
बस्ती के लोग ने लोगों ने यह बताया जब से चुनाव सम्पन्न हुआ ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव आज तक यहां आये ही नहीं। ग्रामीणों द्वारा यह बताया गया अपने तो नहीं आते परन्तु रोजगार सेवक विनोद को भेजते हैं और विनोद लालच देकर किसी से गौशाला और किसी से आवास के नाम पर पैसा लिया गया और उसका लाभ भी नहीं मिला और न ही पैसा वापस हुआ। कुल मिलाकर कहा जाए तो रोजगार सेवक को पैसा वसूलने का जरिया बनाया गया।
 
जब ग्राम सभा के और विकास कार्य के बारे में जानना चाहा तो मामला सामने आया यहां पर कुछ भी कार्य नहीं हुआ क्योंकि चुनाव जीतने के बाद प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव कभी दर्शन ही नहीं दिए‌। अब बात करते हैं ग्राम सभा के एक ऐसे महिला से मुलाकात हुई जिसका नाम गीता है वह अपने गौना में आते ही विधवा हो गई और यह घटना लगभग 16 साल पहले की यहां तक उसके सास ससुर भी अपने साथ नहीं रखें और वह अकेले रहती है और उसको विधवा पेंशन के आलावा कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिला यहां तक आवास के लिए विकास खंड से लेकर जिला तक पहुंची परन्तु लाभ नहीं मिल सका जबकि उसके पास छप्पर ही है जबकि जिनके पास घर है उनको आवास मिल गया।
 
जब इस मामले में ग्राम प्रधान से जानना चाहा तो पता चला कि जब ग्राम पंचायत सचिव हमारा सपोर्ट नहीं करेंगे महीनों महीनों बात नहीं हो पाती जिससे गांव का विकास नहीं हो पा रहा इसी सब से सब प्रधान एक जुट होकर ग्राम पंचायत सचिव कुलदीप तिवारी को हटाना चाहते हैं क्योंकि उनके कार्य काल में विकास संभव नहीं है।
 
 
 
 

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