केंद्रीय पर्यटक एवं ऐतिहासिक स्थल बाबा पृथ्वीनाथ मंदिर मूलभूत सुविधाओं से वंचित परिसर में लगे कई हैंडपंप खराब

परिसर में कई हैंडपंप  खराब व दूषित पानी देने तथा गंदगी का अम्बार लगा क्यों नहीं होती सफाई ?

लाखो रुपए खर्च होने के बाद भी नहीं हो सका समस्याओं का समाधान अखिर क्यों ?

स्वतंत्र प्रभात 
भंडारा परिसर का टूटा पड़ा टीन  सेड श्रद्धालुओं को भारी असुविधा जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान हर तरफ समस्या 
 
ब्यूरो गोंडा । एशिया के सबसे बड़े शिव लिंग पृथ्वी नाथ मंदिर परिसर जो लाखो श्रद्धालुओं का आस्था केंद्र ।देश विदेश से आते भोले नाथ के भक्त ।लाखो रुपए खर्च होने के बाद भी नहीं सुधर सका मंदिर परिक्षेत्र की व्यवस्था  केंद्रीय पर्यटक एवं ऐतिहासिक स्थल बाबा पृथ्वीनाथ मंदिर मूलभूत सुविधाओं से वांछित , परिसर में कई हैंडपंप  खराब व दूषित पानी देने तथा गंदगी का अम्बार लगा होने  से  श्रद्धालुओं को उमस भरी गर्मी में काफी समस्याओं का सामना करने के लिए विवश।
 
गोंडा जनपद के विकासखंड रुपईडीह के ग्राम पंचायत पचरन में  ऐतिहासिक एवं  केन्द्रीय पर्यटक स्थल बाबा पृथ्वी नाथ मंदिर स्थापित है  जिसे केंद्रीय पर्यटक स्थल का दर्जा मिलने के बाद मंदिर निर्माण के लिए क्षेत्रीय सांसद विधायक एवं जिला अधिकारी के द्वारा विगत वर्ष 2022 में पर्यटन स्थल की भूमि पूजन कर दस लाख रूपये एकृति  किया गया था। लेकिन मंदिर का विस्तार, हैण्ड पम्प, श्रद्धालु  विश्राम स्थल, भण्डारण कक्ष, आदि मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
 
प्रदेश सरकार के द्वारा केंद्रीय पर्यटन स्थल बाबा पृथ्वी नाथ मंदिर का विस्तार एवं सौंदर्यीकरण के लिए लाखों रूपये का बजट खर्च किए गए है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता एवं रूपये का बंदरबांट करने  के कारण विकास से कोसों दूर हैं। मंदिर परिसर में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप खराब एवं दूषित जल देने तथा जगह-जगह गंदगी का अंबार लगे होने से  भारी समस्या बनी हुई है। सोमवार एवं शुक्रवार को क्षेत्रीय शिव भक्तों एवं श्रद्धालुओं का जलाभिषेक करने के लिए जमावड़ा लगा रहता है।
 
लेकिन श्रद्धालुओं को हैण्ड पम्प के ख़राब एवं दूषित जल देने का दंश झेलना पड़ रहा है ।जिसके कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता। मंदिर महंत जगदंबा प्रसाद तिवारी ने बताया कि इंडिया मार्का हैंडपंप को ठीक कराने के लिए जिम्मेदार लोगों से कहा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई वही सूत्रों से मिली जानकारी है कि मरम्मत एवं रिबोर कागजों में सिमिट कर रह गए और लाखों रुपए जिम्मेदार लोगों के द्वारा आहरित कर ली गई है तथा मंदिर के साफ सफाई  के नियुक्ति कर्मचारी आते ही नहीं है।

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