हल्द्वानी हिंसा में 6 लोगों की मौत, 5 हजार लोगों पर केस दर्ज

उत्तराखंड के हलद्वानी में 8 फरवरी को एक अवैध मदरसे और नमाज के लिए बनाई जा रही इमारत पर नगर निगम ने बुलडोजर चलाया था। इसके बाद हजारों लोगों की भीड़ ने पुलिस और निगम की टीम पर हमला कर दिया था। घटना के बाद हिंसा भड़क गई थी। जिसमें अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है।

हिंसा को 48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं। प्रशासन ने इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया है। तीन दिन से बनभूलपुरा में कर्फ्यू भी लगा दिया है। हालांकि, नैनीताल-बरेली मोटर मार्ग को कर्फ्यू से मुक्त रखा गया है। यहां पर दुकानें खुलेंगी और वाहनों का आवागमन भी जारी रहेगा।

प्रशासन ने कहा है कि जरूरी काम के बिना लोगों को घर से निकलने की मनाही है। फिर भी बाहर जाना पड़े तो सिटी मजिस्ट्रेट से परमिशन लेनी होगी। शहर भर में सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। मेडिकल और हॉस्पिटल खुले रहेंगे। इमरजेंसी सेवा जारी रहेगा। प्रशासन ने अब तक 5 हजार उपद्रवियों पर FIR दर्ज की है। 19 नामजद हैं और 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।


70 हजार की आबादी घरों में कैद, दूध-सब्जी को तरसे लोग
हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में मलिक के बगीचे और आसपास के करीब 2 किमी एरिया को पुलिस ने सील कर दिया है। इस इलाके में कर्फ्यू लगा है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं। ये पूरा मुस्लिम बहुल इलाका है। इस एरिया में करीब 70 हजार की आबादी रहती है।

हिंसा भड़कने के बाद से ही ये लोग घरों में कैद हैं। इस इलाके में प्रशासन की ओर से दूध, सब्जी और रोजमर्रा की जरूरत की चीजों की सप्लाई की भी कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है। इस इलाके में पुलिस के साथ ही अद्धसैनिक बल लगातार रूट मार्च कर रहे हैं।

महिला पुलिसकर्मी बोली- हमें जलाने की कोशिश की
महिला पुलिसकर्मी के मुताबिक, हम बहुत बचकर आए। बचने के लिए हम 15-20 लोग एक घर में घुस गए। लोगों ने पथराव किया, बोतलें फेंकीं। आग लगाने की कोशिश की। चारों तरफ, गलियों, छतों से पथराव हो रहा था। उन्होंने गलियां घेर ली थीं। जिसने हमें बचाया, उन लोगों ने उसे भी गालियां दीं, घर तोड़ दिया। हम लोगों ने फोन किया, लोकेशन भेजी, तब फोर्स आई तो हमें बाहर निकाला।

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