जनता और भूमाफिया की लड़ाई में भाजपा विधायक की एंट्री से मची खलबली

राजस्वकर्मियों पर विधायक ने आरोपों की लगा दी झड़ी

अंजनी पाठक 

उन्नाव।

कमिश्नर के जनता दरबार में उस समय अफरा-तफरा मच गई, जब सत्ता पक्ष के विधायक ने एसडीएम से लेकर लेखपाल पर तक भ्रष्टाचार के आरोप मढ़े। उन्होनें तल्ख लहजे में कहा कि अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता तो वह धरने पर बैठकर विरोध जतायेगें। सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशाली से क्षुब्ध मोहान विधायक ने आरोपों की झड़ी लगा दी।

बताते चलें कि मण्डलायुक्त लखनऊ मण्डल रोशन जैकब पन्नालाल सभागार में जनसुनवाई कर रही थी, तभी मोहान विधायक बृजेश रावत आ धमके। उन्होनें कमिश्नर को शिकायती पत्र थमाते हुए कहाकि तमाम शिकायतों के बाद भी ओसवाल द्वारा बनाये जा रहे वेयर हाउस का अवैध निर्माण नहीं रूका। विधायक यहीं पर नहीं रूके, उन्होनें हसनगंज एसडीएम, तहसीलदार तथा लेखपाल पर भ्रष्टाचार के आरोप मढ़े। कमिश्नर ने मामले की जांच उच्च स्तरीय अधिकारियों से कराने का आश्वासन दिया। चर्चा यह है कि देर शाम एडीएम ने अपनी टीम के साथ मौके पर जाकर नापजोख करायी। आपको बता दें कि लखनऊ कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रसूलपुर में स्थित प्रियंका दावा के पीछे निर्माणाधीन ओसवाल रुप एक बड़ा वेयरहाउस बना रहा है। जिसमे दो गांवों की सीमा ग्राम रसूलपुर व ग्राम भैसौरा पर स्थित वेयरहाउस का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा हैं। पंचायत भैसौरा प्रधान रामचंद्र और उनके साथ कुछ अन्य ग्रामवासियों ने मिलकर उप जिलाधिकारी हसनगंज को बीती 31 जनवरी को तथा थाना समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र बीती 27 जनवरी को देकर तथा


लेखपालों का रहा पहरा, ताकि न होने पाये शिकायत

कमिश्नर के जनता दरबार के दौरान लेखपालों का कड़ा पहरा रहा। चारों तरफनजरें जमायें हुए 2 थे कि कोई राजस्व का मामला कमिश्नर के सामने न पहुंचने पाये। अयोध्या ने अपना दुखड़ सुनाते हुए कहा कि दबंग भूमाफिया की बीरबल गुजराती और क्षेत्रीय लेखपाल की मिलीभगत से जमीन पर अवैध कब्जा हो रहा है। लेखपाल ने पूरी बात एसडीएम को बतायी। एसडीएम ने कहा दो-तीन दिन के बाद आना।

मंडलायुक्त रोशन जैकब से राजस्वकर्मियों द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत करते विधायक मोहान ब्रजेश रावत


वकीलों ने उठाया भ्रष्टाचार का मामला

वरिष्ठ अधिवक्ता शिवभोला एडवोकेट ने अपने साथियों के साथ नारेबाजी करते हुए राजस्व अभिलेखागार का मुद्दा कमिश्नर के सामने रखा। कहाकि अभिलेखागार में मौजूद सरकारी कर्मचारियों द्वारा हर कार्य का रेट निर्धारित किया हुआ है। कमिश्नर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अभिलेखागार में तैनात कर्मचारियों का स्थानांतरण करने के निर्देश एडीएम को दिये।

314 शिकायतें मिली
कमिश्नर के समक्ष 314 शिकायतें आयीं। 21 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया थं गया। राजस्व की 116, पुलिस की 50, विकास विभाग की 25, आपूर्ति की 9, विद्युत की 9 तथा अन्य विभागों की 57 शिकायतें मिली।

जिलाधिकारी को 02 फरवरी को उक्त ओसवाल रुप पर सरकारी तालाब की भूमि पर जबरन अवैध निर्माण कराने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि क्षेत्रीय लेखपालों की व कुछ राजस्वाधिकारी की मिलीभगत से ग्राम पंचायत भैसौरा के भूमि नंबर 1199 जिस पर अभिलेखों के अनुसार तालाब दर्ज है, पर ओसवाल ग्रुप द्वारा अवैध रूप से लगातार निर्माण कराया जा रहा है। इस संबंध में ग्राम प्रधान कर रहे है जिस पर प्रधान का आरोप है कि

अधिकारियों द्वारा मामले में लीपा पोती हो रही र है। वहीं विधायक ब्रजेश रावत ने कहा यदि श् एक सप्ताह में गरीबों को न्याय नही मिला और भ्रष्टाचार में संलिप्त राजस्व अधिकारियों पर न कार्यवाही नही हुई तो मैं धरना दूंगा। वही दूसरी व सैकड़ों ग्रामीण कलेक्ट्रेट के बाहर विधायक ग्र ब्रजेश रावत की जय जयकार लगा रहे थे। अब देखने वाली बात ये होगी कि भूमाफियाओं के संरक्षण में सरकारी तालाब पर अवैध रूप से बन रहे वेयर हाउस पर सत्ता के विधायक की व एंट्री के बाद क्या कार्यवाही होती है।

 

 

ऐसा ही एक मामला अशाखेडा के पास ग्राम कुशहरी का सामने आया है यहां पर ग्रामसभा की सरकारी तालाब, सरकारी नाली व सरकारी चकरोड मार्ग को कानपुर लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित श्री राम मूर्ति स्मारक जो रामरक्खी मूर्ति स्मारक ट्रस्ट द्वारा अनाधिकृत रूप से बाउंड्री बनाकर कब्जा कर लिया गया है जिसकी शिकायत भी ग्राम प्रधान कुशहरी एवं ग्रामीणों द्वारा लगातार किया जा चुका है। विदित हो कि उक्त मामले में ग्राम प्रधान ने न्यायालय तहसीलदार न्यायिक हसनगंज में बेदखली का वाद भी दायर किया था जिसमे दिनांक 18/12/2019 को न्यायालय द्वारा उक्त भूमि से प्रतिवादी रामरक्खी मूर्ति स्मारक ट्रस्ट को बेदखल करने का आदेश पारित हो जाने के बाद भी आज तक उक्त ट्रस्ट को सरकारी भूमि से बेदखल नही किया गया।

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