स्वतंत्र प्रभात
लखनऊ।
लखनऊ कमिश्नरेट में पुलिस लाइन में तैनात महिला आरक्षी ने अपने ससुरालीजनों पर साजिश कर निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उसके आरक्षी पति की हत्या करने का आरोप लगाते हुए पारा थाने में तहरीर दी है जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पीड़ित आरक्षी बबिता देवी का आरोप है कि उसके पति राजकुमार का देहांत 27 जनवरी को हो गया था। उसका पति लगभग 10 दिन से एक निजी अस्पताल में भर्ती था।
पीड़िता का कहना है कि पति के उपचार उसकी समस्त जमा पूंजी खत्म होने के बाद जब उसने अपनी सास श्याम सुंदरी से फीस भरने के लिए कहा तो उसकी सास ने उसके सारे जेवर ले लिए। बची हुई नगद पूंजी भी नंदोई अनुराग द्वारा उससे ले ली गई। पति की मौत के बाद ससुरालीजनो ने उसको बेसहारा छोड़ दिया। पीड़िता का आरोप है जब वह अपने पति की देखरेख में व्यस्त थी तो इन सब लोगों ने मिलकर उसके द्वारा खरीदी गई स्कूटी व अन्य कागजात घर से गायब कर दिए गए।
पीड़िता का आरोप है कि पति की मौत के अगले ही दिन उसके चाचा ससुर गोविंद व अन्य ससुरालीजनों ने उनके बच्चे बड़ी बेटी रेनू, छोटी बेटी, शिबू बेटा आनंद उर्फ मनी व उसके साथ मारपीट की तथा उसकी दोनों गाड़ियों की चाबियां छीन ली। किसी तरीके से उसने डायल 112 नंबर पर कॉल की तो उनके द्वारा जाकर उसे व उसके बच्चो को छुड़ाया गया। ससुरालीजनों ने यह कहकर घर से निकल दिया कि पति के इलाज में जो खर्च हुआ है वो अपने घर से लाकर दो तभी यहां रहने देंगे। पीड़िता ने शंका जाहिर की है कि उसके ससुर वा अन्य ससुरालीजनों ने साजिश करके उपचार के दौरान ही उसके पति की हत्या कराई है।उसका आरोप है कि उसके नंद नंदोई उसे डॉक्टर से बात भी नहीं करने वह देते थे।