पीलीभीत। जिले में संचालित ईंट-भट्ठा संचालकों का अब अपने कारोबार से मोहभंग होने लगा है। अब तक जिले के 15 ईंट-भट्ठा संचालकों ने इस बार काम शुरु न करने का शपथपत्र खनन विभाग को दिया है। इसमें संचालकों ने अपनी अलग-अलग समस्याएं विभाग को बताईं हैं। शपथपत्र मिलने के बाद खनन विभाग नौ ईंट-भट्ठों का सत्यापन करा चुका है।
जिले में 207 ईंट भट्ठे संचालित हैं। इस बार शासन ने भट्ठों की रायल्टी फीस बढ़ाकर 2.8 लाख रुपयेे कर दी है। ऐसे में जिले के 15 संचालकों ने इस सत्र में ईंट की पथाई करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। संचालकों की ओर से खनन विभाग को सूचना दे दी गई है। इसमें सभी ने अलग-अलग समस्याएं बताई हैं।
सूचना के बाद खनन विभाग की टीम उन भट्ठों पर जाकर जांच पड़ताल भी कर रही है कि कहीं भी सूचना दिए जाने के बाद से काम होता नहीं मिला है। विभाग की ओर से अब तक नौ ईंट भट्ठों की चेकिंग की जा चुकी है। आशंका है कि अभी और भी भट्ठे बंद हो सकते हैं। इसकी भी सूचना खनन विभाग कोे भेजे जाने की तैयारी चल रही है।
यहां बंद हुए ईंट भट्ठे।
खनन विभाग को दी गई सूचना में बीसलपुर में तीन, बिलसंडा से एक, अमरिया में दो, सदर क्षेत्र में दो, पूरनपुर में एक ईंट भट्ठा इस बार नहीं चलेगा।
संचालकों ने पुराना स्टॉक होने और अन्य समस्याओं को बताकर इस बार काम न करने की बात कही है। सभी ने शपथपत्र भी दिया है। ऐसे लोगों से रॉयल्टी नहीं ली जाएगी। 15 लोगों ने सूचना दी है। सभी का सत्यापन कराया जा रहा है। - अशोक कुमार, खनन अधिकारी