राम मंदिर पर  अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई समेत विदेशी मीडिया में क्या- क्या छपा?

World Media on Ram Mandir: 22 जनवरी 2024 की तारीख हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत समेत कई अतिथियों ने गर्भ गृह में पूजा-अर्चना की और प्राण प्रतिष्ठा समारोह के हिस्सेदार रहे। राम मंदिर पर विदेशी मीडिया में भी खूब चर्चा हुई। अमेरिकी मीडिया में राम मंदिर को लेकर खूब खबरें छपी हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा की मोदी ने भव्य मंदिर का उद्घाटन किया और हिंदू फर्स्ट इंडिया की जीत हुई। हिंदू राष्ट्रवादियों के लिए ये विजय का क्षण है। जिनकी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है उनके लिए भी ये जश्न का मौका है। 

एनबीसी न्यूज ने कहा कि अयोध्या में मंदिर राम का मंदिर है जो प्रमुख हिंदू देवता हैं। ये मंदिर 30 लाख आबादी वाले शहर अयोध्या की कायापलट कर उसे एक पर्यटक स्थल बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। एबीसी न्यूज ने कहा कि बीजेपी दशकों से मंदिर बनाने की वकालत करती रही है और इसका उद्घाटन हिंदू बहुल भारत में मोदी की जीत के पक्ष में जाएगा। भारत की तरह ही मॉरिशस जहां की आधी आबादी हिंदू है, वहां सरकारी कर्मचारियों को दो घंटे की छुट्टी दी गई ताकी वो प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को देख सकें। रूस में भी राम मंदिर सुर्खियां बटोर रहा है। रशिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अयोध्या में राम मंदिर के बनने से शहर की कायापलट हो गई है। भगवान राम के जन्म स्थान में अब बड़े पैमाने परइंफ्रास्ट्रक्चर का काम आगे बढ़ रहा है और जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं। 

अरब देश यूएई की मीडिया में भी इसका गुणगान हो रहा है। गल्फ न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि नरेंद्र मोदी का अयोध्या के हिंदू मंदिर का उद्घाटन करना भारत के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मोदी की एकछत्र लोकप्रियता और उन्होंने भारत को जिस मुकाम पर पहुंचाया है उसका पूरा हिंदुस्तान कायल है। देश की आर्थिक विकास दर 7% से ज्यादा है। इसका स्टॉक मॉर्केट रिकॉर्ड कायम कर रहा है। ब्रिटेन, जर्मनी, कतर, नेपाल समेत कई देशों में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खूब चर्चा हो रही है।  

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