ग्रामीण तालाब में कूड़ा फेंकने को हैं विवश
स्वतंत्र प्रभात
लखनऊ। सरोजनीनगर विकासखंड के रामदासपुर गाँव में एसएमडब्लू के तहत आज तक कूड़ा घर नहीं बन पाया है ग्रामीण तालाब में कूड़ा फेंकने को विवश हैं बता दे ग्राम प्रधान की दबंगई और मनमानी के आगे ब्लॉक स्तर के अधिकारी भी नतमस्तक हैं आलम यह है कि ब्लॉक के अधिकारियों व सचिव के बार बार कहने के बाद भी गाँव में कूड़ा घर नहीं बनवाया जा रहा है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार स्वच्छता अभियान पर जोर दे रहे हैं लेकिन ग्राम प्रधान के आगे प्रधानमंत्री की योजनाएं भी शायद माने नहीं रखती है। ग्रामीण लगातार गाँव में बने पुराने तालाब में कूड़ा फेंकने के साथ साथ उसे धीरे धीरे पाट रहे हैं जिससे भविष्य में जल संचय की भारी समस्या उतपन्न हो सकती है और घरों व बरसात का पानी भी संचय नहीं हो सकेगा।
जबकि लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब लगातार अपने आदेशों में यही कह रही है कि गाँव के तालाब खलिहान ऊसर बंजर ग्राम समाज की भूमि को चिन्हित करके उसे कब्जा मुक्त करवाया जाए लेकिन उसके बाद भी सरोजनीनगर के न तो एसडीएम और न लेखपाल और कानूनगो लखनऊ के कमिश्नर के आदेशों को भी नही मान रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि स्थानीय लेखपाल प्रापर्टी डीलरों के साथ काम करके रूपये कमाने में मशगूल है। वहीं रामदासपुर गाँव में बने तालाब पर दबंगों द्वारा कब्जा होता जा रहा है। यही नहीं तालाब में गंदगी का अम्बार भी लग चुका है इसके बाद भी प्रधान कूड़ेघर का निर्माण तो दूर सफाई तक नही करवा रहे हैं।