पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर 24 घंटे की भूख हड़ताल होगी

बस्तीl
 
पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच ‘एन.जे.सी.ए.’ के केन्द्रीय आवाहन पर चरणबद्ध आन्दोलन की कड़ी में आगामी 8 जनवरी को मण्डल मुख्यालय कलेक्टेªट परिसर में  24 घंटे की भूख हडताल कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग किया जायेगा। आन्दोलन की सफलता के लिये राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की बैठक कलेक्टेªट परिसर स्थित संघ भवन  पर  जिलाध्यक्ष मस्तराम वर्मा की  अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में पुरानी पेंशन नीति बहाल किये जाने के एक सूत्रीय मांग को आयोजित भूख हड़ताल के सम्बन्ध में पदाधिकारियों में दायित्वों का वितरण किया गया। भूख हड़ताल में सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर जनपदों के कर्मचारी नेता भी हिस्सा लेंगे।
यह जानकारी देते हुये राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद केhn कार्यवाहक अध्यक्ष राम अधार पाल ने बताया कि 8 जनवरी को मण्डल मुख्यालय कलेक्टेªट परिसर में  24 घंटे की भूख हडताल  दिन में 10 बजे से आरम्भ होगी जो 9 जनवरी को प्रातः 10 बजे तक चलेगा। भूख हड़ताल में शामिल होने वाले लोगों के लिये परिषद की ओर से अलाव आदि की व्यवस्था की जायेगी। बताया कि  पुरानी पेंशन बहाली के लिये कर्मचारी एक जुट हो, 2024 निर्णायक वर्ष है और लोकसभा चुनाव के पूर्व पुरानी पेंशन बहाल हो इसके लिये हर स्तर पर संघर्ष तेज करना होगा। संचालन करते हुये राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मण्डलीय मंत्री ई. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार जानबूझकर कर्मचारी हितों की अनदेखी कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। 
 
बैठक में कलेक्टेªट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक मिश्र, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष अजय आर्य, ग्राम विकास अधिकारी संघ अध्यक्ष अमरनाथ गौतम, कोषागार कर्मचारी संघ अध्यक्ष अखिलेश पाठक, दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष अशोक सिंह, ग्राम विकास मिनीस्ट्रीयल अध्यक्ष मुकेश सोनकर, आई.टी.आई. कर्मचारी संघ अध्यक्ष रणंजय सिंह, कृषि विभाग मिनीस्टीरियल के मंत्री अमन प्रताप सिंह, बोरिंग टेक्निशियन लघु सिंचाई अध्यक्ष सुभाष चन्द्र पाण्डेय आदि ने कहा कि भूख हड़ताल में कर्मचारी पूरी ताकत झोंकेंगे। पुरानी पेंशन बहाली कर्मचारियों के जीवन मरण से जुड़ा सवाल है। बैठक में मुख्य रूप से पेंशनर कल्याण संस्था के अध्यक्ष जलालुद्दीन कुरेशी, सिंचाई संघ अध्यक्ष सुभाष मिश्र, रमेश चन्द्र श्रीवास्तव, विमल आनन्द, परमात्मा प्रसाद, राजेश कुमार, मनीष यादव, राहुल श्रीवास्तव, आलोक कुमार, दुर्बली प्रसाद, अविनाश कुमार, हरीराम पाण्डेय के साथ ही अनेक कर्मचारी संगठनों के   पदाधिकारियों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
 
 

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