पीठ पीछे नेता बनने की कवायद शूरू,विकसित भारत संकल्प यात्रा में नेतागिरी करने की होड़

कल तक कुर्सियों को सजाने वाले आज कुछ छुटभैया नेताओ के साथ मिलकर भाजपा की विकसित संकल्प यात्रा में भागीदारी निभा रहे हैं

निघासन खीरी 

इन दिनों भाजपा सरकार विकसित भारत संकल्प यात्रा का आगाज कर रही है।इसमें सरकार की उपलब्धियों  को आम जनता तक पहुचाने की जिम्मेवारी कुछ क्षेत्रीय नेता व कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। लेकिन इन छुटभैया नेताओ में कुछ ऐसे भी नेता शामिल है जो पार्टी वेश पर अपने किरदार से जनता का ही शोषण करने से बिल्कुल नहीं चूकते है।

                इन नेताओं को विकसित भारत संकल्प यात्रा के बारे में जानने व समझने की जरूरत है।मोदी व योगी के द्वारा बनाए गए विकसित कार्यक्रमो की जानकारी देने में जुबान फिसलती है। इन कार्यक्रमों में कुछ बड़े नेताओं को छोड़कर बाकी छुटभैया नेता खानापूर्ति करने के लिए क्षेत्र में पहुँच रहे हैं। इन छुटभैया नेताओ का मूल मकशद खाने पीने के अलावा फ़ोटो खींचने,खिंचवाने तक ही सीमित है।

             अपने चहेते नेता के अलावा इन नेताओं की शक्ल देखने मात्र से ही जनता का मन उचटा नजर आ रहा है।यह छुटभैया मेजपोश व कुर्सियों पर लगी टॉवल ना मिलने पर भड़क उठते है।कुछ तो ऐसे भी है जो जिनका पुराना रिकार्ड खोला जाए तो सफेदपोश खादी में अनगिनत दाग लग चुके है।वहीं इन सारे नेताओ में एक नेता ऐसे भी है जो तहसील की दलाली करके आजकल कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं।

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