लखनऊ का नाम बदलने के प्रस्ताव पर नाराज हुए समाजिक संगठन , राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

स्वतंत्र प्रभात
लखनऊ 
 
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है । जिसका नाम बदलने का सुझाव भाजपा के एक सांसद  द्वारा लगभग 6 महीने पूर्व  दिया गया था । इसके बाद कई सामाजिक संगठनों के विरोध में प्रस्ताव को वापस ले लिया गया था।  एक बार फिर नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मण पुरी करने का प्रस्ताव सदन के उपाध्यक्ष गिरीश गुप्ता द्वारा लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल  के समक्ष पेश करने की चर्चाएं जोरों पर थी,
 
लेकिन 25 दिसंबर 2023 को हुए महाराजा बिजली पासी के जन्मोत्सव के दौरान पासी समाज के संगठनों द्वारा इसका विरोध करने की रणनीति बनाई गई और लखनऊ स्थित इको गार्डन धरना स्थल पर  27 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय कल्याण मंच, भीम युवा संगठन, वीरांगना ऊदा देवी पासी समिति, बहुजन आर्मी, बहुजन एकता मंच, सहित दर्जनों समाजिक संगठनों के पदाधिकारिओ ने लखनऊ का नाम ना बदले जाने के पक्ष में विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस उपायुक्त के माध्यम से  महामहिम राष्ट्रपति ,प्रधान मंत्री , मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा।  कहा यदि सरकार नाम बदलना ही चाहती है तो वह लखनऊ को बसाने वाले लाखन पासी के नाम पर लखनऊ का नाम करण करें अन्यथा लखनऊ का नाम लखनऊ ही रहने दे।
 
धरना प्रदर्शन में शामिल पदाधिकारिओ ने कहा लखनऊ महाराजा बिजली पासी तथा लाखन पासी की नगरी है । महाराजा बिजली पासी के 12 किले थे। जिसके अवशेष आज भी मौजूद है और  पासी राजाओं का वर्णन कई अंग्रेज लेखकों ने अपनी पुस्तकों के माध्यम से किया है। इस दौरान अनोद कुमार रावत, अनूप पासी , गुड्डन राज पासी,विश्राम राज पासी, सुनील रावत सहित सैकड़ो की संख्या में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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