जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही से मऊ ग्राम सभा के ग्रामीणजन प्रदूषित पानी पीने को मजबूर

महराजगंज/रायबरेली:
 
जहां एक ओर सरकार हर घर जल पहुंचने के लिए जल निगम के माध्यम से घरों में पीने के पानी की व्यवस्था कर रही है, और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए प्रत्येक पंचायत स्तर पर पानी की टंकी भी बनवाई जा रही है, जिसके माध्यम से पाइप लाइन बिछाकर घरों में कनेक्शन दिए गए हैं। लेकिन जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही से मऊ ग्राम सभा के ग्रामीणजन प्रदूषित पानी पीने को मजबूर है। जल निगम द्वारा पूरे अहलादी स्थित स्थापित की गई पानी की टंकी से लगभग 8,000 आबादी को सप्लाई की जा रही है। यह काम जल निगम की देखरेख में किया जा रहा है।
 
     आपको बता दें कि, जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही के चलते करीब 6 वर्ष पूर्व मऊ ग्राम सभा के मऊ गर्वी, मऊ सर्की, पूरे अहलादी, कटरा, दुबे का बाजार, रानी का पुरवा, जियापुर, शिवगढ़, मोतीगंज, बरीबरा आदि गांवों के लिए लगाई गई टंकी से पानी की सप्लाई कुछ वर्षों के बाद लाईने चोक हो जाने से बंद हो गई। जिसके चलते ग्रामीणों को अब काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, और ग्रामीण फ्लोराइड युक्त दूषित पानी पीने को मजबूर है, जिसकी वजह से हाथ पैरों के जोड़ों में जकड़न की बीमारी से परेशान है। आरोप है कि, कई बार शिकायत करने के बाद भी जल निगम के अधिकारियों के कान में जूॅं तक नहीं रेंग रही है और अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
 
       महराजगंज तहसील मुख्यालय से करीब 9 किलोमीटर दूर मऊ ग्राम सभा में लगभग 6 वर्ष पूर्व ग्रामीणों की पेयजल समस्या को देखते हुए सरकार ने पानी की टंकी का निर्माण कराया था। टंकी निर्माण के बाद मऊ ग्राम सभा के सभी गांवों में पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई थी। पानी लेने के लिए ग्रामीणों द्वारा विभाग से कनेक्शन भी कराए गए थे। टंकी लगने के बाद जब सप्लाई चालू हुई तो कुछ दिनों तक ग्रामीणों को जरूरत के अनुसार पानी की सप्लाई मिली,
 
लेकिन बाद में गांवों में सीसी रोड, इंटरलॉकिंग, खड़ंजा और पक्की नालियों के निर्माण के दौरान पानी की पाइप लाइन कई स्थानों पर टूट गई थी, जिसकी वजह से आपूर्ति बंद कर दी गई। लगभग 1 वर्ष से पानी की सप्लाई बंद होने के बाद ग्रामीणों के सामने पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई, इसके बाद ग्रामीण इंडिया मार्का हैंडपंप तथा घर में कराई गई सामान्य बोरिंग से फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हैं। जिसकी वजह से ग्रामीण नाना प्रकार की बीमारियों से परेशान रहते हैं। इससे परेशान ग्रामीणों ने मामले की कई बार शिकायत विभाग के उच्चाधिकारियों से की, किंतु शिकायत के बाद भी अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब फिर से ग्रामीणों ने जिले की मुखिया जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से विभाग द्वारा टूटी लाइनों को दुरुस्त कराकर टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कराने की मांग की है।
 
*इनकी सुनिए:* मऊ प्रधान प्रतिनिधि व पूर्व ब्लाक प्रमुख सत्येंद्र प्रताप सिंह से जब बात की गई, तो उन्होंने बताया कि, सम्मानित ग्राम वासियों के पेयजल की समस्या को देखते हुए उन्होंने मामले की सूचना खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह को दी है, उन्होंने कहा है कि, जल निगम द्वारा मऊ ग्राम सभा में बनवाई गई पानी के टंकी की अधिकतर लाइने चोक पड़ी है, जिसकी वजह से सप्लाई बंद पड़ी है और देवतुल्य ग्रामवासी फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है। उन्होंने खंड विकास अधिकारी से आग्रह किया है कि, जल्द से जल्द चोक पड़ी लाइनों को दुरुस्त कराकर विभाग द्वारा टंकी को ग्राम सभा के सुपुर्द किया जाए, ताकि ग्रामीणों को निर्वाध सप्लाई मिलती रहे और फ्लोराइड युक्त प्रदूषित पानी पीने से बच्चे तथा सुगमता से उन्हें स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके।
 
    जबकि जल निगम द्वारा बनवाई गई पानी की टंकी पर रह रहे चौकीदार सियाराम ने बताया कि, लाइन चोक होने के साथ-साथ मोटर से टंकी के अंदर पानी सप्लाई जाने वाली पाइप भी टंकी के अंदर सतह के बराबर फूट गई है। जिसके चलते पंप हाउस चलने के बाद बंद करने पर टंकी का पानी पुनः बोर में वापस लौट जाता है, इस कारण भी लोगों को सप्लाई का पानी नहीं मिल पा रहा है।
 
    इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, मामले की जानकारी प्रधान प्रतिनिधि व पूर्व ब्लाक प्रमुख सत्येंद्र प्रताप सिंह और क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि भोलू सिंह से हुई है। टंकी अभी ग्राम सभा के हैंडोवर नहीं हुई है, टंकी निर्माण के बाद ट्रायल बेस पर चलाई गई थी और कुछ महीनो बाद दिक्कत आ जाने से ग्राम सभा को टेक्निकली हैंडोवर नहीं की गई है।
 
         उनके द्वारा तहसील दिवस में डीएम के संज्ञान में मामले को लाया गया, इसके बाद एक्सईएन जल निगम से पत्राचार किया है कि, जल्द से जल्द इसकी कमियों को दूर करा कर ग्राम सभा के हैंडोवर किया जाए। ग्रामीणों को जल्द से जल्द शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।

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