डिपो पर बसें तो पर्याप्त पर स्टाफ नहीं

पीलीभीत।
 
रोडवेज डिपो पर बसों का बेड़ा तो बढ़ गया, लेकिन पर्याप्त स्टाफ न होने की वजह से लोकल रूटों की स्थिति में अभी कोई सुधार नहीं हो सका है। आलम यह है कि यात्रियों को गंतव्य तक जाने के लिए अब भी डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। 
 
स्थानीय डिपो से अब तक 88 बसों का संचालन हो रहा था। आवश्यकता को देखते हुए यहां पर शासन की ओर से 14 और बसें भेजी गईं थीं। इससे बसों की संख्या बढ़कर 102 हो गई। बावजूद इसके लोकल रूट पर बसों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है। अभी पूरनपुर और बीसलपुर मार्ग पर चार-चार बसों का ही संचालन किया जा रहा है, जो कि यात्रियों की आवाजाही के हिसाब के नाकाफी है। ऐसे में इन मार्गों की स्थिति वैसी ही बनी हुई है। 
 
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, डिपो पर बसें तो पर्याप्त हैं, मगर इनके संचालन के लिए डिपो के पास स्टाफ नहीं है। आलम यह है कि रोजाना 10 से 15 बसों का संचालन भी सड़कों पर संभव नहीं हो पा रहा है। इससे विभाग को रोजाना लगभग डेढ़ लाख रुपये का नुकसान भी हो रहा है। वहीं यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
 

इन मार्गों पर संचालित हैं बसें 

 
स्थानीय डिपो से पूरनपुर, बीसलपुर पूरनपुर, अमरिया, बरेली, उत्तराखंड समेत कई जगह के लिए बसों का संचालन होता है। इन मार्गों में अमरिया, उत्तराखंड, बरेली और पूरनपुर मार्ग पर तो अन्य डिपो की बसों के संचालन से लोगों को राहत है। मगर बीसलपुर रुट पर अन्य डिपो की बसें भी नहीं चल रहीं हैं, जिससे यात्री काफी परेशान होते हैं।
 

खास बात

 
कुल बसें 102
 
निगम की बसें 93
 
अनुबंध की बसें 09
 
चालक 23
 
परिचालक 17
 
चालक संविदा 142
 
परिचालक संविदा 153
 
कुछ कर्मचारी अक्सर गैर हाजिर रहते हैं, जिन्हें नोटिस दिया गया है। डिपो की सभी बसों को यात्री संख्या के हिसाब से सड़क पर भेजा जा रहा है, ताकि उन्हें परेशानी न हो। - पवन कुमार श्रीवास्तव, एआरएम, पीलीभीत डिपो

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