स्वतंत्र प्रभात/अंबेडकर नगर
धान की ख़रीद में अंबेडकर नगर जिला इस बार पिछले सत्र के मुकाबले काफ़ी पीछे चल रहा है। शासन की तरफ से किसानों के हित में कई आदेश हुए लेकिन शासनादेश की धज्जियां उड़ाने में जिले के पीसीएफ और यूपीएसएस के सेंटर कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। आपको बता दें कुछ सेंटर जिनमें यूपीएसएस का सेंटर कटघर एक ऐसा धान ख़रीद सेंटर है जिसमें सिर्फ़ किसान अंगूठा लगाने जाते है। धान तौल और खरीद के नाम पर इस सेंटर पर कुछ नहीं होता है। ऐसे कई पीसीएफ और यूपीएसएस के सेंटर हैं जिन पर किसान की तौल न होकर सिर्फ़ बिचौलियों और बनियों के धान की तौल हो रही है और बाकी ज्यादातर धान सेंटर पर न आकर सीधे मिलों पर भेज दिया जा रहा है।
रोचक तरीके से कुछ नए सेंटर माफिया भी सामने आए है।जिसमें ओम प्रकाश यादव का नाम मुख्य तौर पर सामने आया है। विश्वस्त सूत्रों द्वारा जानकारी मिली है कि ओम प्रकाश यादव पीसीएफ और यूपीएसएस दोनों के मिलाकर 5 सेंटर परोक्ष या अपरोक्ष रूप से चला रहे है। जानकारी के मुताबिक़ ओमप्रकाश व इनके भाई मिलकर किसानों से औने पौने दाम में धान खरीदकर भारी मात्रा में अपने गांव रामडी सराय फतेह पुर यादव बस्ती घर पर डंप किए हुए है। इनका एक करीबी रिशतेदार विभाग में उच्च पद पर तैनात है।
जिनके आशीर्वाद से ओमप्रकाश यादव 5 सेंटरों को( कटघर, मकरही, इंदई पुर, तेंदुआ, मूसेपुर) मैनेज कर रहे है। इसमें से सहकारी संघ तेंदुआ के खुद सचिव ओमप्रकाश यादव है और कटघर के केन्द्र प्रभारी इनके बहनोई संदीप यादव हैं यही नहीं अन्य सेंटरों पर नियुक्त सचिव को दो -दो लाख रुपए भी अपने पास से इस शर्त पर देते हैं कि वो मिलरों से सांठ गांठ कर अंगूठा लगाने का काम खुले आम कर सकें। सवाल ये है कि विभाग के अधिकारी सब कुछ जानकारी रखते हुए इस पर कोई एक्शन क्यों नहीं ले रहे है। आख़िर जिले में शासनादेश की धज्जियां क्यों उड़ा रहे है।