क्या दाऊद इब्राहिम हुआ खल्लास?

 
           नीरज शर्मा
 
पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ना तो कभी अपनों का और ना ही कभी दोस्ती करने वालों का सगा हुआ।वो सगा रहा बस अपने फायदे का,बिना मेहनत के मिलते पैसे का और भारत को बर्बाद करने का सपना देखने वालों के नापाक इरादों का।यह विश्व का वो मुल्क है जो विश्व भर में आतंकी हमले करने वालो के लिए पनाहगाह बना हुआ है।भारत तो इसकी असलियत हमेशा से बहुत अच्छे से जानता था परन्तु किसी समय जो अमरीका इसका सबसे बड़ा हिमायती बनता था और भारत विरोधी इसके अभियानों में खूब बढ-चढ के इसका साथ देता था।उसने इसका दोगला चेहरा तब देखा जब उसने अपने सबसे बड़े दुश्मन ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान से बरामद किया।
 
उससे पहले लादेन को ढूँढने के नाम पर पाकिस्तान अमरीका से अरबो डालर ऐंठ चुका था।अमरीका का यह तथाकथित दोस्त उसकी आंखो में धूल झोंक खुद ओसामा बिन लादेन का मेजबान बना रहा उसे अपने शहर ऐबटाबाद में पनाह दे कर।जब अमरीका को लादेन का पकिस्तान में मौजूद होने का पता चला तो अमरीका ने बिना पाकिस्तान की इजाजत के उसके देश में घुस कर ना सिर्फ लादेन को मारा बल्कि उसकी लाश भी वहां से उठा लाया था।इस कांड से पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत किरकिरी हुई थी।एक तो वो अंतरराष्ट्रीय पटल पर आतंकवादीयों को पनाह देने वाला साबित हो गया था और दूसरा दुनिया के सामने एक मजबूत सैन्य ताकत होने का झूठा बुलबुला जो खुद के बारे में उसने फुला रखा था अमरीका का बिना इजाजत उसके देश में घुस एक सैन्य अभियान को अंजाम दे बिना किसी अवरोध के वापिस आ जाने से वो दुनिया के सामने फुस हो गया था। कल पाकिस्तान से आई एक खबर ने पूरे विश्व के सामने उसे फिर से नगा करने की तैयारी कर दी है।
 
पाकिस्तान से अपुष्ट खबरें आ रही है कि विश्व का तीसरे नम्बर का और भारत का शीर्ष वांछित मासूम लोगो की बम विस्फोट में जान लेने वाले भगौडे आतंकी दाऊद इब्राहिम कासकर को कराची में किसी ने जहर दे दिया है और गंभीर हालत में उसका इलाज कराची के एक अस्पताल में चल रहा है।इन खबरों के प्रसारित होते ही पाकिस्तान में यूटयूब,फेसबुक, एक्स ट्वीटर आदि सोशल मीडिया को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाए पूरी तरह बंद कर दी गई। पाकिस्तान में दाऊद के समधि और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाडी जावेद मियांदाद को परिवार सहित उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है।पाकिस्तान हमेशा से दाऊद इब्राहिम के वहां होने की बात को नकारता आया है।परन्तु पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में पनाह लिए बैठे भारत के वांछित आतंकवादी चुन चुन कर मारे जा रहे हैं।इन सभी आतंकवादियों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई का संरक्षण प्राप्त था।पिछले लगभग एक साल में लगातार यह घटनाए पाकिस्तान में हो रही हैं।इन घटनाओ में एक दर्जन से ज्यादा भारत में वांछित आतंकवादी मारे गए हैं।
 
पाकिस्तान के रावलपिंडी में इसी साल 20 फरवरी को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बशीर अहमद पीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते भारत ने उसे आतंकी घोषित किया था।उसके बाद से वो आईएसआई के संरक्षण में था।इसके कुछ दिन बाद  28 फरवरी को जम्मू कश्मीर में अल-बद्र नाम के आतंकी संगठन का कमांडर खालिद रजा कराची में घर के बाहर गालियों से भून दिया गया।वो हिज्बुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सलाउद्दीन का करीबी था। खालिद कश्मीर में आतंकी कमांडर रह चुका था।अब वो कराची में रहकर आतंकवादियों की भर्ती करता था।इसी साल 4 मार्च को कश्मीर में आतंकवाद फैलाने वाले सैयद नूर शालोबर की पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।शालोबर भारत की वांछित आतंकियों की सूची में शामिल था।वो पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में आतंकवाद फैलाता था और नए आतंकियों को प्रशिक्षण देता था।
 
इसके बाद 01अगस्त को हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादी सरदार हुसैन अरेन की कराची में उसकी दुकान के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी जिम्मेदारी सिंध में मौजूद सिंधुदेश रेवोलुसनरी आर्मी (एस.आर.ए) ने ली थी। भारत के एक और वांछित आतंकवादी अबु कासिम को 8 सितंबर को पी.ओ.के में एक मस्जिद के अंदर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीया  मार के जहन्नुम पहुंचाया था।यह हाफिज सईद का करीबी था और इसी साल 1 जनवरी को राजौरी जिले के ढांगरी गांव में हुए आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था।इस हमले में सात मासूम लोगों की मौत हो गई थी और 13 घायल हुए थे।11 अक्तूबर को पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड और भारत की जेलों में करीब 16 साल तक की कैद भुगत पाकिस्तान गया शाहिद लतीफ की सियालकोट में अज्ञात हमलावरों ने एक मस्जिद में गोली मार कर हत्या कर दी थी।11अक्तूबर को ही आईएसआई एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज को बलूचिस्तान में गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया।बाहौर ने ही ईरान से कुलभूषण जाधव को अगवा कर आईएसआई के हवाले किया था।
 
20 अक्तूबर को उत्तरी वजीरिस्तान में मसूद अजहर के करीबी दाऊद मलिक को गोलियों से भून दिया गया था।यह जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर था।23 अक्तूबर को दाऊद इब्राहिम का गुर्गा मोहम्मद सलीम कराची की दिल्ली कॉलोनी मारा गया था। 5 नवंबर आतंकी ख्वाजा शाहिद की सिर कटी लाश पी.ओ.के में उसके घर से बरामद हुई थी।वो 2018 में जम्मू में सेना के कैंप पर हमले का मास्टरमाइंड था।इसी साल 9 नवंबर को भारत के एक और वांछित आतंकी अकरम खां को पाकिस्तान के बाजौर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। वो लश्कर के भर्ती सेल का हेड था।12 नवंबर को कराची में जैश-ए-मोहम्मद कमांडर तारिक रहीम उल्लाह को गोली मार कर मौत के घाट उतारा गया।
 
14 नवंबर को सियालकोट में अज्ञात हमलावरों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मोहम्मद मुजम्मिल को गोली मारकर मौत के घाट उतारा दिया था। इसी महीने की 6 तारीख को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हंजला अदनान को कराची में गोलियों से भून दिया गया था।हाफिज सईद के करीबी हंजला ने 2016 में जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले की साजिश रची थी।यह तो बस कुछ नाम है जिनकी खबर आम हो मीडिया में प्रसारित हो चुकी है।ऐसे और भी बहुत से नाम हो सकते हैं जिनकी मौत की खबर अभी तक मीडिया में आई ही नही हो और हो सकता है अब उन नामों में एक और नाम दाऊद इब्राहिम का भी जुड गया हो।
 
 

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