उन्नाव। उन्नाव/उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा के लंबे चौड़े दावे भले करते हों लेकिन उन्नाव जनपद के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में महिलाएं अपने घर में सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे ही एक मामले में थाने में सुनवाई न होने पर पीड़िता ने एसपी को शिकायती पत्र देकर मदद की गुहार लगाई है। जिसमें उसने बताया कि उसके दहेज लोभी ससुराल वाले उसके व उसके पति के लिए जान की आफत बने हैं।
उसके सास, देवर और देवरानियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, गर्भपात कराने की कोशिश, जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी देवर के प्रभावशाली मालिकान की पैरोकारी के चलते थाने में उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। गंगाघाट कोतवाली के मोहल्ला भातू की रहने वाली प्रीति पत्नी अनुज सिंह ने एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उसकी शादी आर्य समाज मंदिर से वर्ष 2018 में हुई थी। इस शादी से सास शिववती पत्नी राम शंकर सिंह, देवर विजय कुमार,, राजोले प्रसाद, राजन प्रसाद, देवरानी वंदना, ज्योति व बबली खुश नहीं थे।
जिसके चलते वे सभी दहेज का ताना देकर अक्सर कोई कमी निकाल कर प्रताड़ित करते थे। पीड़िता के गर्भवती होने पर ससुराल वालों के जुल्म और बढ़ गए। अक्सर नशे की हालत में घर आने वाला देवर राजोले उसके साथ छेड़छाड़ और छीटकसी करने लगा। बीती 2 अगस्त को देवर समेत अन्य ने उसके साथ मारपीट कर लहू लुहान कर दिया जिसके संबंध में गंगाघाट कोतवाली में शिकायती पत्र भी दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 10 अक्तूबर जब वह घर पर खाना बना रही थी सभी ससुरालीजन आए और उसे प्रसव तक मायके जाने को कहने लगे।
विरोध करने पर देवर विजय, राजोले व राजन ने गर्भ गिराने के इरादे से उसके साथ मारपीट करते हुए गर्भ में छोटे दी। जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई। पति ने उसे आनन फानन सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां चोटों के कारण आपरेशन के जरिए उसने बेटी को जन्म दिया। 26 अक्तूबर को वह उक्त घटना का शिकायती पत्र लेकर गंगाघाट कोतवाली पहुंची जहां दारोगा जीपी रमन तहरीर ठीक नही होने की बात कहते हुए उसे टरका दिया।
प्रीति का आरोप है आरोपी देवर राजोले प्रसाद के मालिकान मयंक प्रभावशाली व्यक्ति है। उनकी पैरवी के चलते पीड़िता की सुनवाई नहीं हो रही है। कहा कि देवरानियां धमकी देती हैं की ज्यादा शिकायत की तो पति को झूठे और गंभीर मुकदमों में फंसा देगी। पीड़िता की शिकायत पर एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने मामले की जांच कराते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।