प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर चुनी मौत… किशोरी का विवाह हो गया था तय

उन्नाव में प्रेमी युगल के शव फंदे पर लटके मिले। दोनों कल शाम से घर से गायब हो गए थे। किशोरी का मार्च में विवाह होना था। परिजनों ने पूरे मामले में चुप्पी साधी।

उन्नाव। उन्नाव फतेहपुर चौरासी थानाक्षेत्र के चौगवां निवासी प्रेमी युगल ने गंगा कटरी के पास एक पेड़ से फांसी लगा जान दे दी। प्रेमी युगल के शव मंगलवार सुबह आसपास के लोगों ने लटके देखे तो हड़कंप मच गया। सूचना पर ग्रामीण एकत्र हो गए और दोनों के परिजनों को मामले की जानकारी दी गयी। परिजन इसे लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। पुलिस के आलाधिकारियों को जानकारी देकर जांच की और शव पोस्टमार्टम के लिये भेजे हैं।
 
बता दें कि चौगवां गांव निवासी मनोहर का बेटा विकास (21) व गांव निवासी 17 साल की किशोरी से प्रेम संबंध थे। सोमवार देर शाम दोनों घर से बिना कुछ बताये बाहर निकले थे। देर रात तक जब वे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उनकी खोज शुरू की। लेकिन, दोनों का कुछ पता नहीं चल सका। जिसके बाद मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने दोनों के शव गांव से तीन किमी दूर गंगा किनारे एक पेड़ की डाल से फंदे पर लटके देखे।
 
उनके शव मिलने की सूचना पर क्षेत्र में हड़कंप मच गया और क्षेत्रीय लोगों की भीड़ एकत्र हो गयी। घटना की जानकारी दोनों के परिजनों को दी गयी। सूचना पर पहुंचे परिजन दोनों के शव देख बिलख उठे। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक पुलिस मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को घटना की जानकारी दी।
 
जिस पर एएसपी शशि शेखर सिंह व सीओ ऋषिकांत शुक्ला भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से पूछताछ की। जिसके बाद पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतरवाया और जांच कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा है। सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने कहा कि प्रथम दष्टया मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है। जांचकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। परिजनों से पूछताछ की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आयेंगे, उस आधार पर कार्यवाही की जायेगी।
 
सात मार्च को होना था किशोरी का विवाह
किशोरी के परिजनों ने उसकी शादी बांगरमऊ में तय की थी। 7 मार्च 2024 को उसकी बारात आनी थी। उससे पहले ही किशोरी ने मौत चुन ली।
 
विकास का दो वर्ष पहले हो चुका है विवाह 
ग्रामीणों ने बताया कि विकास की दो साल पूर्व शादी हो चुकी है। इसके बावजूद किशोरी से उसका प्रेम था। फिलहाल पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। वहीं परिजन दोनों की मौत पर कुछ बोल नहीं रहे हैं।
 
 

About The Author: Abhishek Desk