लखीमपुर खीरी। स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में चल रही फर्जी क्लिनिको और मेडिकल स्टोर संचालकों के हौसले बुलंद हैं उक्त लोग बगैर ड्रग लाइसेंस के मेडिकल स्टोर और फर्जी क्लिनिक संचालित करके लोगों की जान से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं उक्त लोग छल कपट मरीज को गारंटीड व बेहतर चिकित्सा का सबजबाग दिखाकर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलबाड करते नजर आते है। इसके बावजूद उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
उकत मममले की खबर स्वतंत्र प्रभात समाचार पत्र द्वारा प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था यह झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ तो करते ही हैं साथ ही साथ उनकी जेबों पर भी डाका डाल रहे हैं जो की एक संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है इसके बावजूद उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है उक्त मामले की खबर को स्वतंत्र प्रभात द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था।
उक्त मामले में सबूत संकलन करने की मंशा से जब संवाददाता सोनू मिश्रा द्वारा उक्त तथा कथित डॉक्टर में रियाजुद्दीन व दिलीप वर्मा समेत अन्य पांच फर्जी डॉक्टर व मेडिकल स्टोर संचालकों का वीडियो बनाया था जैसे ही पत्रकार द्वारा तथा कथित डॉक्टर व डॉक्टर अनिल वर्मा सीएचसी अधीक्षक द्वारा पोषित झोलाछाप का वीडियो बनाया तो सीएचसी अधीक्षक द्वारा पोषित उक्त झोलाछाप डॉक्टर द्वारा वीडियो डिलीट करने व खबर न चलाने का दबाव बनाए जाने लगा पत्रकार द्वारा वीडियो डिलीट करने से मना करने पर उक्त रियाजुद्दीन व तथा कथित दिलीप वर्मा बगैर डिग्री के मेडिकल स्टोर संचालक व चार अन्य लोगों द्वारा संवाददाता से मारपीट करने के साथ विज्ञापन का वसूल किया पैसा 5000भी छीन लिया और झूठा पैसा मागने का आरोप लगाते हुए बाइक भी छीन ली जव पीडित संवाददाता ने मामले की लिखित तहरीर थाना नीमगाव मे दी और घटना की रिपोट लिखे जाने की माग की तो नीमगाव पुलिस ने विपक्षी गणो को बुलाकर वाइक वापस दिलाई और चलता कर दिया अपने साथ घटित घटना से आहत संवाददाता ने मामले की लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक से करने के साथ साथ सी एम पोटल पर भी की है। तथा फजी डाकटरो के बिरूध कायवाही की माग की है।