सीएमओ खीरी कराये कार्यवाही तो रुक सकता है झोलाछापों का काला कारोबार

ना डिग्री ना डिप्लोमा फिर भी सीएचसी अधीक्षक बेहजम की नाक के नीचे कस्बा नीम गांव में जगह-जगह बैठे देखे जा सकते हैं मौत के सौदागर

लखीमपुर खीरी। शासन के सख्त आदेशों के बाद भी नीम गांव में खुलेआम मौत के सौदागर मरीजों का इलाज करके उनको उसमें काल के गाल में धकेलना का काम करते देखे जा सकते हैं इनके यह काले कारोबार सीएचसी अधीक्षक बेहजम डॉक्टर अनिल कुमार वर्मा व नोडल अधिकारी कहे जाने वाले डिप्टी सीएमओ लाल जी पासी को भी दिखाई व सुनाई नहीं पड़ रहे हैं शायद इन्हें किसी अनहोनी घटना घटित होने का इंतजार है उनकी नींद तभी खुलेगी और तभी करेंगे। 
 
कार्यवाही बताते चलें कि सीएससी क्षेत्र बेहजम के अंतर्गत कस्बा नीमगांव में कुख्यात झोलाछाप डॉक्टर दिलीप वर्मा तथा कथित डॉक्टर रियाजुद्दीन व झोलाछा प डॉक्टर और बगैर बगैर ड्रग लाइसेंस के मेडिकल स्टोर संचालक राम लखन खुले आम मरीजों को मौत के मुंह में धकेलने का काम करते देखे जा रहे हैं इनमें रियाजुद्दीन को मेडिकल स्टोर की आड़ लेकर खुलेआम मरीजों का इलाज करके उनके धन और धर्म को लूटते देखा जा सकता है। 
 
ही डॉक्टर दिलीप वर्मा भी बगैर किसी डिग्री डिप्लोमा के लोगों को मौत के मुंह में भेजते देखे जा सकते हैं ठीक उनके आगे बेहजम रोड नीमगांव में ही राम लखन बगैर लाइसेंस के मेडिकल स्टोर तो चला ही रहे हैं साथ ही साथ मरीजों का इलाज करके शासन के आदेशों व जिला अधिकारी के दिशा निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहा है उक्त किसी के पास कोई डिग्री व डिप्लोमा नहीं है। 
 
झोलाछाप डॉक्टर राम लखन व दिलीप वर्मा की जुबानी माने तो सीएचसी अधीक्षक बेहजम को प्रतिमाह एक मुसत बंधी माहवारी देकर के वह यह  गोरख धंधा चल रहे हैं शायद इसीलिए इन लोगों पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है यह चर्चा का विषय बना है और डॉक्टर अनिल वर्मा की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं देखना अब यह है उक्त झोलाछापों के विरुद्ध छापा मार कार्यवाही कर इनकी दुकान सीज की जाती हैं या फिर मिल रही सुविधा शुल्क के चलते इनको अभय दान दे दिया जाता है। 
 

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