बहू की शर्मनाक हरकत आई सामने पेंशन के लिए बहू ने ससुर को बनाया बंधक

सीतापुर। सीतापुर कोतवाली क्षेत्र में बहू की शर्मनाक हरकत सामने आई है यहां पैसों के लालच में एक बहू ने अपने ससुर को दो महीने तक घर में कैद रखा देवर और भाभी का आपसी झगड़ा जब कोतवाली पहुंचा तब पुलिस हरकत में आई देर रात घर पहुंचकर बुजुर्ग को घर खुलवाकर अस्पताल में भर्ती कराया इलाज के दौरान बुजुर्ग ने रविवार शाम दम तोड़ दिया।
बुजुर्ग की मौत के बाद परिवार वालों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया बुजुर्ग के छोटे बेटे विनोद कुमार अवस्थी ने अपनी भाभी स्नेहलता अवस्थी उसके पिता कन्हैयालाल त्रिपाठी और भतीजी प्रज्ञा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
 
यह मामला शहर कोतवाली इलाके के ग्वाल मंडी का है ग्वाल मंडी में रहने वाले स्वराज प्रकाश अवस्थी (80) रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी थे उन्हें 30 हजार रुपए पेंशन मिलती थी उनके दो बेटे विनोद और प्रदीप हैं बड़े बेटे प्रदीप की पहले ही मौत हो चुकी है जबकि बुजुर्ग का छोटा बेटा प्रदीप अपने परिवार के साथ मिश्रिख इलाके में रहता है।
 
बड़े बेटे की मौत के बाद से स्वराज प्रकाश अवस्थी प्रदीप की पत्नी स्नेहलता के साथ रहते थे पति की मौत के बाद स्नेहलता ससुर की पेंशन के सहारे ही जीवन यापन करती थी बताया जा रहा है कि इसी के चलते बुजुर्ग को बहू ने घर में ही बंद करके रखा था बहू ने बुजुर्ग को दो महीने तक घर में बंद रखा छोटा बेटा विनोद कुमार अवस्थी जब भी अपने पिता से मिलने की कोशिश करता था तो स्नेहलता उससे झगड़ा करके भगा देती थी ऐसा जब कई बार हो गया तो शनिवार को विनोद पिता से मिलने की जिद पर अड़ गया धीरे-धीरे देवर और भाभी के बीच झगड़ा काफी बढ़ गया।
 
इसके बाद शनिवार रात पुलिस मजिस्ट्रेट के साथ घर का दरवाजा खुलवाने पहुंची महिला ने ताला खोलने से मना कर दिया। इसके बाद इंस्पेक्टर ने नायब तहसीलदार महेंद्र को ताला खोलने के लिए बुलाया कमरे में दोनों तरफ ताला पड़ा था टीम ने ताला तोड़ा तो बुजुर्ग स्वराज प्रकाश अवस्थी काफी बुरी हालत में बिस्तर पर पड़े थे आनन-फानन में पुलिस कर्मियों ने उन्हें एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया हालांकि अपने साथ हुई हरकत के बारे में वह कुछ भी बोल नहीं पा रहे थे रविवार रात को बुजुर्ग की मौत हो गई।
 
बुजुर्ग के छोटे बेटे विनोद ने पुलिस को बताया कि उनके पिता स्वराज बड़े भाई प्रदीप की पत्नी के साथ रहते थे कई बार जब वह अपने पिता से मिलने की कोशिश करते थे तो उनकी भाभी मिलने नहीं देती थी उससे लड़ाई करती कहती थी कि तुम पिता जी से मिलोगे तो उनको भड़काओंगे वह कोई न कोई बहाना बनाकर मुझे भगा देती थी।
 
शहर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी का कहना है कि बुजुर्ग को घर से निकवाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसकी FIR दर्ज की गई है विनोद कुमार अवस्थी ने तहरीर में लिखा है मेरे पिता करीब 1 साल से बड़े प्रदीप के परिवार के साथ रहते थे हालांकि प्रदीप की जून में मौत हो गई थी भाई की मौत के बाद मेरे पिता को भाभी स्नेहलता अवस्थी उसके पिता कन्हैया लाल और भतीजी प्रज्ञा ने बंधक बना लिया उनके साथ नौकरों जैसा बर्ताव किया ये लोग मेरे पिता को किसी से बात नहीं करने देते थे न ही किसी ने मिलने देते थे मुझे शक हुआ।
 
इसके बाद मैं ग्वालमंडी स्थित मकान पर कई बार गया मगर वहां दिन-रात ताला बंद रहता था इसके बाद 25 अक्टूबर को मजिस्ट्रेट के यहां प्रार्थना-पत्र दिया फिर अधिकारियों के साथ पहुंचकर ताला तुड़वाया साथ ही इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया इसके बाद पिता को अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उनकी रविवार को मौत हो गई।

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