भारत-बांग्लादेश के बीच 1000 करोड़ के मैगा प्रोजेक्ट्स पूरे होने से दोनों देशों के लोगों में उत्साह और खुशी की तहर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना एक नवंबर को भारत और बांग्लादेश को जोड़ने वाली दो रेल परियोजनाओं और एक मेगा पावर प्लांट का संयुक्त रूप से वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।
अधिकारियों के अनुसार दोनों देशों के प्रधानमंत्री 15.064 किमी लंबे आखाऊड़ा (बांग्लादेश)-अगरतला (त्रिपुरा,भारत) रेल लिंक प्रोजेक्ट और 86.87 किमी लंबे खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन प्रोजेक्ट के अलावा बांग्लादेश के खुलना मंडल के रामपाल स्थित 1320 मेगावाट क्षमता के मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का संयुक्त रूप से ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे।
आखाऊड़ा-अगरतला रेल लाइन 5.05 किमी भारत में और 10.014 किमी बांग्लादेश में है। बांग्लादेश का आखाऊड़ा स्टेशन, पश्चिमी त्रिपुरा के निश्चिंतपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय आव्रजन स्टेशन के जरिये बांग्लादेश से जुड़ेगा। भारत-बांग्लादेश के बीच यात्रियों और सामान के इंटरचेंज के रूप में आखाऊड़ा-अगरतला रेल प्रोजेक्ट के शुरू होने से त्रिपुरा, दक्षिणी असम और मिजोरम के लोगों को बहुत राहत मिलेगी।
यहां के सभी लोगों को रेल मार्ग से कोलकाता जाने में अब 22 घंटा बचेगा।मौजूदा समय में यहां के लोगों को रेल मार्ग से कोलकाता जाने के लिए वाया गुवाहाटी जाना पड़ता है और उसमें उन्हें कुल 38 घंटे लगते हैं।
इस परियोजना का खर्च भारत के पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे ने बतौर नोडल एजेंसी उठाया है। एक हजार करोड़ के अगरतला आखाऊड़ा रेलवे प्रोजेक्ट को जनवरी, 2010 में अंतिम रूप दिया गया था जब बांग्लादेश की पीएम ने भारत के तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने भेंट की थी।
रामपाल स्थित दो अरब डालर के 1320 मेगावाट क्षमता के बिजली उत्पादन मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट के तहत 560 मेगावाट की दो यूनिटों में भारत की वित्तीय योजना को समाहित किया गया है। भारत-बांग्लादेश मैत्री बिजली कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (बीआइएफपीसीएल) परियोजना भारत की एनटीपीसी और बांग्लादेश के बीपीडीबी के बीच आधी-आधी हिस्सेदारी है।