तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं थम रही चावल व अन्य वस्तुओं की तस्करी

महज पांच-पांच सौ मीटर के अंतराल पर स्थापित हैं पुलिस व एसएसबी की चौकी तथा चेक पोस्ट, दूरदराज से तस्कर आकर तस्करी के माध्यम से कर रहे मोटी कमाई...

स्वतंत्र प्रभात
 
महराजगंज। परसामलिक थाना क्षेत्र तस्करी को लेकर आए दिन खूब सुर्खियों में है। उक्त क्षेत्र से आए दिन बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित समानों को आसानी से बार्डर पार भेजा जा रहा है। वहीं तस्करी के मामले में स्थानीय पुलिस व सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां मूकदर्शक बने हुए हैं। भारत-नेपाल सीमा से सटे सेवतरी चौकी क्षेत्र के झिंगटी, मर्यादपुर पहाड़ी टोला, सेवतरी, परसा आदि नाके से आए दिन बड़े पैमाने पर चावल, मवेशी, गल्ला समेत अन्य प्रतिबंधित समानों की खुलेआम तस्करी हो रही है।
 
तस्करी के मामले में स्थानीय पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां समेत अन्य जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। जिम्मेदारों के शिथिलता के कारण प्रतिदिन सैकड़ों बोरी चावल आसानी से सीमा पार भेज दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बीते 8 अक्टूबर को चावल की तस्करी के मामले में पुलिस अधीक्षक ने सेवतरी चौकी प्रभारी समेत छः पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही करते हुए सभी को लाइन हाजिर कर दिया था तथा जेसीबी के माध्यम से सभी नाकों पर गढ्ढा खोदकर तस्करी को रोकने का वैकल्पिक व्यवस्था किया था।
 
पुलिस अधीक्षक के इस बड़ी कार्यवाही से कुछ दिनों के लिए तस्करी पर विराम लगा था। वहीं आए दिन पुलिस अधीक्षक के निर्देशन को ताक पर रख व्यापक पैमाने पर तस्करी का कारोबार परवान चढ़ रहा है। वहीं सेवतरी नाके से हो रही तस्करी के मामले में स्थानीय लोगों समेत दूरदराज के लोग भी अपनी रोटी सेंक रहे हैं। उक्त नाके पर दूरदराज से आकर लोग तस्करी कर मोटी कमाई कर रहे हैं।
 
दूरदराज के लोग पिकअप पर चावल को लादकर सेवतरी गांव में डंप कर रहे हैं जहां से शायं होते ही पूरी रात कैरिंग के माध्यम के प्रतिबंधित चावल समेत अन्य वस्तुओं को बिना किसी रोक-टोक के नेपाल पहुंचाया जा रहा है। सबसे अहम बात तो यह है कि जिस नाके से तस्करी हो रही है वहां से महज पांच-पांच सौ मीटर के अंतराल में पुलिस चौकी समेत एसएसबी कैंप तथा एसएसबी के दो-दो चेक पोस्ट मौजूद हैं, बावजूद इसके व्यापक पैमाने पर खुलेआम तस्करी से स्थानीय पुलिस व एसएसबी के कार्यपण्राली पर सवालिया निशान उठने लगे हैं।
 
 

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