नशीली दवाओं से बर्बाद हो रही हैं कम उम्र के बच्चों की जिंदगी 

गोड्डा जिले के ठाकुर गंगटी प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बुधवाचक और माल मंडरो में हर दिन नशीली दवाओं की खरीद फरोख्त खुले आम हो रहा है। चाय दूकान से लेकर पान दुकान और यहाँ के साधारण मेडिकलों में बिना डॉक्टर की पर्ची के नशीली दवा जो सिरप के रूप में रहता है, खुले आम मिल जाता हैं। गाँव में स्थित तालाबों के किनारे हजारों की संख्या में नशीली दवाओं के सिरप बिखरा पड़ा हैं। ऐसा नहीं है कि प्रशासन की नजर में यह मामला छुपा हुआ है।
 
पिछले साल पुलिस की छापा मारी हुई थी जिसके बाद बाजारों में न के बराबर बिकने लगा था मगर अभी स्थिति दयनीय हैं क्यूंकि इसकी चपेट में छोटे छोटे बच्चे संलिप्त हो रहे हैं। शाम होते ही झोला दर झोला बिकना शुरू हो जाता है। 
नशीली दवा जिनको कोडिंग नाम रखा गया है, बच्चों में इसकी लत लग चुकी है। ये नशीली दवा कोडिंग पुरे समाज के लोगों को घृणित कर रहा है जिनमें सभी धर्मों के लोग शामिल हैं।
 
प्रशासन की चुप्पी और कोडिंग की बढ़ती मांग समाज को बद से बदतर दिशा में ले जा रहा हैं। स्थानीय लोग बेहद परेशान है क्यूंकि एक से दुसरे फिर दुसरे से तीसरे में ये नशा का चलन बढ़ता जा रहा है।न जाने ग्राम पंचायत के प्रधानों की चुप्पी कब टूटेगी और इन सब नशीली दवाओं पर अंकुश लगेगा।

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