वाह रे खंडासा पुलिस- पीड़ित महिला की फरियाद भी नहीं सुनी और थाने से भगाया

विवाहित महिला ने सी ओ को शिकायती पत्र देकर थानाध्यक्ष की करतूतें बयां की

मिल्कीपुर अयोध्या- प्रदेश सरकार जहां एक ओर महिलाओं के सम्मान एवं सुरक्षा को लेकर बृहद तौर पर पर मिशन महिला सुरक्षा अभियान चला रही है और उक्त अभियान के तहत चौथे फेज में उत्तर प्रदेश पुलिस सहित अन्य विभागों के कर्मियों द्वारा विविध कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जिले के खंडासा थानाध्यक्ष महिला संबंधी अपराधों में भी कार्यवाही करने के बजाय उदासीन बने हुए हैं।
 
यही नहीं महिलाओं से बदसलूकी एवं अभद्रता करने में भी पीछे नहीं है। ऐसा ही एक मामला खंडासा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी विवाहित महिला के साथ ससुर द्वारा छेड़खानी किए जाने संबंधी प्रकरण में प्रकाश में आया है, जहां बेअंदाज थानाध्यक्ष द्वारा पीड़ित विवाहिता की शिकायतों पर कार्यवाही करने के बजाय उसे थाने से हाथ पकड़ कर खींचते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
 
दिए गए अपने शिकायती पत्र में खंडासा थानाध्यक्ष द्वारा कार्रवाई न किए जाने से नाराज पीड़ित महिला ने क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर का दरवाजा खटखटाते हुए न्याय की गुहार की है। पीड़ित महिला ने आपबीती बताते हुए को मिल्कीपुर को शिकायती पत्र दे दिया है। हालांकि अभी प्रकरण में कोई भी सुसंगत कार्यवाही नहीं हो सकी है।
 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र की एक गांव निवासी महिला ने खंडासा थाने में बीते 25 अक्टूबर को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि उसके पति बसिलसिले रोजी रोजगार बाहर शहर प्रदेश में रहा करते हैं। इधर घर पर अकेला पाकर उनके ससुर छेड़छाड़ करते हैं तथा हम बिस्तर होने का दबाव भी बनाते हैं। महिला का आरोप है कि पहले तो उसने लोक लाज के भय से इस बात को किसी से नहीं बताया था।
 
किंतु जब उसके ससुर की आदत नहीं मानी और वह प्रताड़ित करने लगे, तब उसने अपने ससुर की सारी हरकतें अपने पति से बता दिया था और अपने मायके चली गई थी। पति के शहर से वापस लौट के बाद पीड़ित महिला पहले खंडासा थाना क्षेत्र स्थित स्थानीय पुलिस चौकी कंधई कला पहुंची और चौकी प्रभारी से मामले में शिकायत की, किंतु चौकी से भी उसे कोई न्याय नहीं मिला और बीते 25 अक्टूबर वह थाने पहुंची जहां पुलिस ने पहले तो उसके ससुर को थाने तलब किया।
 
किंतु बाद में खंडासा थानाध्यक्ष के तेवर बदल गए और उन्होंने पीड़ित महिला पर ही मामले में सुलह समझौता किए जाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। पीड़ित महिला का आरोप है कि जब उसने समझौता करने से मना कर दिया तब थानाध्यक्ष ने उससे जमकर अभद्रता की और पुलिसिया रौब ग़ालिब करते हुए उसका हाथ पकड़ कर थाने से बाहर कर दिया।
 
इसके बाद पीड़ित महिला क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर के कार्यालय पहुंची और अपने ससुर सहित खंडासा थानाध्यक्ष की करतूतें बयां करते हुए शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की गुहार की है। मामले के संबंध में सी ओ आशीष निगम ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है, जांच की जा रही है, जल्दी ही विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
 

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