(रिपोर्ट! मनोज पाण्डेय)
महराजगंज।
नवरात्र शुरु होते ही हर हिन्दू परिवार में मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना शुरु हो जाती है। लेकिन माता की भक्ति में सिर्फ हिन्दू ही नहीं हैं बल्कि देश की गंगा-जमुना तहजीब को कायम रखते हुए मुस्लिम परिवार की महिला ने सनातन धर्म के रिवाजों के अनुसार शुभ मूहूर्त में अपने घर कलश स्थापना की और पूरे 9 दिन तक देवी मां की आराधना का संकल्प लिया। अन्तिम दिन मुस्लिम महिला ने सनातनी रीति-रिवाज से नौ कन्याओं का पांव पखारी तथा प्रसाद ग्रहण करवाया।
परसामलिक थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत रेहरा निवासिनी अमीरून निशा पत्नी इन्सान अली पूरे जनपद में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल के रूप में सामने आई है। इस्लाम धर्म के साथ-साथ सनातन धर्म को मानने वाली मुस्लिम महिला ने नवरात्रि शुरू होते ही घर में कलश स्थापित कर मां नवदुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना की तथा नौ दिन का पूरे रीति-रिवाज के साथ व्रत रखी। इसके साथ ही अंतिम दिन हवन-पूजन के बाद नौ कन्याओं का पांव पखारी तथा कन्याओं को चुनरी भेंट कर कन्या भोजन भी करवाई।
अमीरून निशा ने कहा कि हम हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म को मानते हैं और देश में अमन-चैन कायम रहे इसको लेकर अल्लाह और भगवान से दुआ करते हैं। अमीरून निशा ने कहा कि अगर मुझे हिंदू धर्म की पूजा पाठ करने से कोई रोकता हैं या किसी को कोई आपत्ती है तो हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता और हम अल्लाह और भगवान दोनों को मानते रहेंगे तथा नमाज के साथ-साथ पूजा-पाठ भी करते रहेंगे।