अवैध कब्जे दारो पर मेहरबान दिख रहा तहसील प्रशासन

लखीमपुर खीरी- जहां अवैध कब्जा एवं सरकारी जमीनों व तालाबों पर अवैध अतिक्रमण पर लगातार सरकार के द्वारा कार्यवाही की बात होती है और इसमें कई जगहों पर बुलडोजर बाबा का बुलडोजर चला भी है दोस्तीकरण की कार्यवाही की तस्वीर भी सुर्खियां बनी है वही जनपद लखीमपुर खीरी की तहसीलों में दबंग और रसूखदार प्रॉपर्टी डीलरों का बोलबाला देखा जा रहा है जिसकी वांगी शमशान कब्रिस्तान खलिहान चारागाह तालाब अंबेडकर पार्क एवं लावारिस परी जमीनों सहित अन्य स्थानों पर अवैध कब्जे की बात सामने आती रहती है।
 
जिसमें जिला प्रशासन के साथ स्थानीय प्रशासन भी कार्यवाही को लेकर कतराता नजर आता है तो वही कारण सामने आता है जिसमें दबंग भू माफिया वह प्रॉपर्टी डीलर कहानी काफी पहुंच वाला होता है या फिर जिम्मेदारों को भारी चढ़ना चढ़कर उनका मुंह बंद कर देता है या फिर सत्ता पक्ष का समर्थन प्राप्त होता है जैसे अनेक कारण सामने आते हैं जिसको लेकर अफसरो में कार्रवाई न करके सिर्फ अपना बचाव का रास्ता अपनाने की रणनीति होती है।
 
ऐसे ही दो मामले तहसील लखीमपुर के परगना व कस्बा खीरी टाउन के अंतर्गत ग्राम बासताली में प्रकाश में आए हैं जिसमें से एक मामला काफी चर्चा का विषय बना है यदि उक्त मामले की गहनता से की जाए निष्पक्ष जांच तो क्रेता विक्रेता सहित कई सरकारी जिम्मेदारों पर भी आ सकती है कार्यवाही की  आच बताते चलें ग्राम बस ताली मैं स्थित गाटा संख्या 441 रखवा 5 डिसमिल जो अन्य बंजारा के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज कागजात है।
 
और दूसरा गाटा संख्या 441 रखवा 30 डिसमिल लावारिस खाते में है उक्त लावारिस खाते के भूमि के स्वामी 50 वर्षों से नदारत है पुराने लोगों की माने तो उक्त भूमि स्वामी के दो लड़कियां थी जिनकी शादी हो गई थी कोई लड़के नहीं थे आज के 50 वर्ष पहले से परी लावारिस भूमि का कोई स्वामी नहीं था उक्त जमीन वह वह अन्य बंजर के नाम दर्ज जमीन पर कस्बा खीरी टाउन के ही दबंग प्रॉपर्टी डीलर इशरत गौरी वास शईद गौरी मिठाई वाला द्वारा अवैध कब्जा करके प्लाटिंग किए जाने का मामला जन चर्चा का विषय बना है।
 
प्रॉपर्टी डीलर शईद हुआ इशरत गौरी द्वारा अन्य बंजर व लावारिस के नाम दर्ज जमीन पर प्लाटिंग करके सरकारी आदेशों को खुला चुनौती दी है यह सब अवैध कब्जा का खेल क्षेत्रीय लेखपाल  अजीत कुमार को दिखाई सुनाई नहीं पड़ रहा है ठीक इसी तरह दूसरा मामला बस ताली का ही है जिसमें खीरी कस्बे के ही दबंग प्रॉपर्टी डीलर द्वारा गाटा संख्या 426 रकवा 12 डिसमिल जो जल मगनभूमि के नाम दर्ज कागजात है।
 
उक्त जमीन का पठान कर के प्लाटिंग कर दिए जाने का मामला जन चर्चा का विषय गत माह पूर्व में बना था और इसकी आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत भी की गई थी शिकायत के क्रम में क्षेत्रीय लेखपाल अवनीश कुमार द्वारा पैमाइश भी की गई थी जिसमें उक्त प्रॉपर्टी डीलर द्वारा बेचे गए प्लाटों का आशिक निर्मित भाग अवैध कब्जे की हद में आए भी थे अवनीश कुमार के स्थानांतरण के बाद वासतालीका चाजं संभाल् लिया अजीत कुमार को यह सब अवैध कब्जे दिखाई सुनाई नहीं पड़ रहे हैं।
 
क्षेत्रीय लेखपाल अजीत कुमार के लापरवाही एवं धन लो लुपता के चलते हौसले बुलंद उक्त दबंग प्रॉपर्टी डॉलर जब चाहे जहां चाहे रिक्त पड़ी सरकारी जमीनों को कब्जा करके उन पर प्लाटिंग का खेल खेलने देखे जा सकते हैं जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन की इस उदासीन रवैया के चलते मुख्यमंत्री के आदेशों को पलीता लगते देखा जा सकता है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस लावारिस जमीन का बैनामा प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा दिखाया जा रहा है।
 
वह बैनामा किसी अन्य तीसरे व्यक्ति को खड़ा करके फर्जी तरीके से कराया गया है अहम सवाल यह है जब 50 वर्षों से व्यक्ति है ही नहीं तो उक्त जमीन का बैनामा करने आया कौन फिलहाल इस मामले में बैनामे की पड़ताल शुरू कराई जा रही है यदि उक्त मामले की उप जिलाधिकारी महोदय कराये निष्पक्ष जांच तो भारी भ्रष्टाचार का मामला खुलकर आएगा सामने और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करके प्लाटिंग किए जाने के खेल का भीहोगा पर्दाफाश।

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