देश की रक्षा करते हुए अग्निवीर ने दी जान की क़ुरबानी

Army: देश की रक्षा के लिए हमारे जवान सरहदों पर मजबूती के साथ खड़े हैं। गर्मी हो या कड़ाके की सर्दी जवान पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी निभाते हैं। इसी बीच देश की रक्षा करते हुए एक अग्निवीर ने अपने प्राणों की आहूति दे दी है। सियाचिन में ड्यूटी के दौरान अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण शहीद हो गए हैं। अक्षय पहले अग्निवीर हैं, जो ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए हैं। सेना की लेह स्थित ‘फायर एंड फ्यूरी कोर' ने उनकी शहादत का सलाम किया है। 

‘फायर एंड फ्यूरी कोर' ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘ ‘फायर एंड फ्यूरी कोर' के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।''

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण की मौत पर शोक व्यक्त किया है। सेना प्रमुख ने और भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी करते हुए शहीद हुए अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण को श्रद्धांजलि दी है। भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़े है।

काराकोरम पर्वतीय श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जहां सैनिकों को अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि लक्ष्मण की मौत का कारण क्या है।

 

 

 

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