डीघ ब्लॉक के हरीरामपुर आंगनवाड़ी केन्द्र का हाल रामभरोसे, जिम्मेदार बने मूकदर्शक

भदोही। सरकार जहां सभी के स्वास्थ्य को लेकर का काफी सतर्क है। और इसके लिए तमाम योजना और कार्यक्रम भी संचालित किया जाता है। जिससे लोगों का स्वास्थ्य सही रहे लेकिन फिर भी स्थानीय जिम्मेदारों की लापरवाही के वजह सरकार के तमाम दावों पर पानी फेरते में संकोच नही करते है स्थानीय जिम्मेदार। देखा जा रहा है कि जनपद में भारी संख्या में डेंगू और बुखार से लोग संक्रमित है सभी अस्पतालों में रोगियों की भीड़ देखने को मिल रही है।
 
लेकिन इसके बावजूद भी स्थानीय स्तर पर लापरवाही की अनोखी झलक देखने को मिल रही है। एक ऐसा ही नजारा भदोही जनपद के डीघ ब्लॉक के हरीरामपुर में देखने को मिला है जहां पर आंगनवाड़ी केन्द्र अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। लेकिन जिम्मेदार लोग इसकी सुधि लेना उचित नही समझते है। जबकि इसी आंगनवाड़ी केन्द्र पर गांव के छोटे छोटे बच्चे आते है जहां पानी और कीचड़ से केन्द्र में जाना दूभर है।
 
केन्द्र से ही सटा हैण्डपम्प भी लगा है जहां से लोग पानी भी भरते है। और कीचड़ से आकर आते जाते है। इस तरह के गंदगी की वजह से संक्रमण फैलने का खतरा लगा तार बना है लेकिन जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए है। जब कोई संक्रमण फैल जाता है तो स्थानीय स्तर से जिलास्तर के अधिकारी और कर्मचारी सिर पर पांव रखकर मामले को संभालते नजर आते है।
 
जबकि समय के पहले मनमानी और लापरवाही का आलम चरम पर रहता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ग्राम प्रधान से इसे ठीक कराने के लिए कहा गया लेकिन ग्राम प्रधान केवल आश्वासन देकर बहाना कर लेते है और आज तक आंगनवाड़ी केन्द्र के आसपास कीचड़ और गंदा पानी जमा है जिससे लोगों में नाराजगी है। इस मामले पर हरीरामपुर के ग्राम प्रधान ने बताया मामले की जानकारी है।
 
इसे जल्द ही ठीक करा लिया जायेगा। जबकि डीघ ब्लॉक की सीडीपीओ सरिता से फोन पर इसकी जानकारी लेने का प्रयास किया गया लेकिन सीडीपीओ ने फोन नही उठाया। अब यहां सवाल बनता है कि आखिर जिले के जिम्मेदार इस तरह की चीजों पर कब ध्यान देंगे।
 
भदोही जनपद में स्वास्थ्य विभाग डेंगू के बढ़ते मामले से चिंतित है। लेकिन फिर जिम्मेदार लोग अपने मनमानी और लापरवाही से बाज नही आ रहे है। भदोही जनपद में न केवल हरीरामपुर में बल्कि बहुत गांवों में लोग इस तरह की लापरवाही से दो चार हो रहे है। केवल खानापूर्ति के नाम पर छिड़काव देखने को मिल रहा है और लगभग हर गांव में कुछ न कुछ लोग बीमार है।

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