ड्रोन जैसी नई तकनीक का प्रशिक्षण प्राप्त करना एक बड़ी जिम्मेदारी

स्वंतत्र प्रभात।
प्रयागराज।संजय कुदेशिया
इफको लगातार कृषि की नई तकनीक को किसानों के बीच पहुंचाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रयास करती रहती है ।इसी क्रम में कृषि में ड्रोन के प्रयोग का प्रशिक्षण एक नई जिम्मेदारी की तरह है । इसे सिखने वाले देश एवं कृषि के लिए नई विकास गाथा लिख पाएंगे। इफको नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी परंपरागत उर्वरकों की तुलना में ज्यादा उपयोगी एवं पर्यावरण अनुकूल हैं ।
 
 उक्त बातें फूलपुर इकाई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक  संजय कुदेशिया ने मोतीलाल नेहरू फार्मर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट, कोरडेट, इफको , फूलपुर के प्रशिक्षण  कक्ष में वर्तमान सत्र के 20 प्रतिभागियों के प्रथम बैच के 10 दिवसीय ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर कही। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी कि वे इस नई तकनीक से जुड़ रहे हैं और अपने क्षेत्र में कृषि के लिए अच्छा योगदान दे पाएंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में  एस डी नायाब उप महाप्रबंधक, इफको , नई दिल्ली ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि ड्रोन तकनीक से खेती में पानी की एवं समय की बचत होगी और रोजगार सृजन भी होगा । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य देश के किसानों  की उर्वरकों एवं दवाओ के पर्णीय छिड़काव में आने वाली दिक्कतों को दूर करना है।
 
 
 
 इसी क्रम में  एस के सिंह , संयुक्त महाप्रबंधक वित्त एवं लेखा  इफको फूलपुर इकाई ने संबोधित करते हुए बताया की उत्तर प्रदेश राज्य कृषि के अनुकूल राज्य है और नैनो यूरिया डीएपी इफको की एक दूरगामी सोच का सफल परिणाम है। 
 
कार्यक्रम में कार्डेट फूलपुर के प्रधानाचार्य डॉक्टर हरिश्चंद्र ने संस्थान की गतिविधियों से परिचित कराया एवं आए हुए सभी प्रतिभागियों , मुख्य अतिथियों का स्वागत किया साथ ही यह भी जानकारी दी की सभी प्रतिभागियों को ड्रोन प्रशिक्षण के साथ-साथ कृषि संबंधित विभिन्न जानकारियां भी उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षण प्रभारी श्सुमित तेवतिया ने किया,  धन्यवाद ज्ञापन  सविता शुक्ला ने किया। इस अवसर पर कारडेट के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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