ये चीन में क्या चल रहा है ! चीन के रक्षा मंत्री 2 हफ्ते से लापता हैं तथा विदेश मंत्री पहले से ही गायब हैं

चीन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। चीन की  शी जिनपिंग सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए साम-दाम दंड-भेद अपना रही है  आर्थिक मंदी व गृह क्लेश झेल रही सरकार

स्वतंत्र प्रभात 

चीन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। आर्थिक मंदी व गृह क्लेश झेल रहे चीन की  शी जिनपिंग सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए  हर हथकंडा अपना रही है। कोरोना, बेरोजगारी व जनसंख्या के आंकड़े छुपाने वाली चीन सरकार ने अब  अपने मंत्रियों को गायब करना शुरू कर दिया  है।  चीन के विदेश मंत्री के बाद रक्षा मंत्री ली शांगफू करीब दो हफ्तों से गायब हैं। किसी को नहीं पता कि वे कहां हैं ? अब सार्वजनिक जीवन में उनकी अनुपस्थिति को लेकर अफवाहें फैल रही हैं।  राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग न लेने से अधिक एक और रक्षा मंत्री ली शांगफू की गैर-मौजूदगी इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी हुई है।  इससे पहले, पूर्व विदेश मंत्री किन गैंग भी जनता की नजरों से गायब रहे हैं। बीजिंग में क्या चल रहा है? इस बारे में फिलहाल किसी को कुछ नहीं पता। 

रिपोर्ट के मुताबिक ली शांगफू को इस साल मार्च में वेई फ़ेंगहे की जगह चीन का रक्षा मंत्री बनाया गया था।उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस में केंद्रीय सैन्य आयोग से इस्तीफा दे दिया था। दिलचस्प बात यह है कि पिछले चीनी रक्षा मंत्रियों के विपरीत, ली एक सैन्य परिवार से आते हैं।  ली के दिवंगत पिता, ली शाओज़ू, एक रेड आर्मी में रह चुके थे, जिन्होंने 1930 और 1940 के दशक के अंत में जापानी विरोधी युद्ध में लड़ाई लड़ी थी। उन्हें गृहयुद्ध और उसके बाद हुए कोरियाई युद्ध के दौरान लॉजिस्टिक रेलवे के पुनर्निर्माण में उनकी भूमिका के लिए भी जाना जाता था।

इस बारे में जापान में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत रहम एमानुएल ने पिछले शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर टिप्पणी भी की थी। यह चीन में दूसरी हाई-प्रोफ़ाइल गुमशुदगी है।  जापान में अमेरिकी राजदूत रहम एमानुएल के एक ट्वीट के बाद ली शांगफू के ‘गायब होने’ की खबर ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर फैल गई। हांगकांग स्थित अंग्रेजी भाषा के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, उन्हें आखिरी बार 29 अगस्त को बीजिंग में चीन-अफ्रीका फोरम को संबोधित करते हुए देखा गया था। इससे पहले, ली ने अगस्त में छह दिवसीय यात्रा पर रूस और बेलारूस की यात्रा की थी, जिसने यूक्रेन में चल रहे युद्ध के दौरान मॉस्को को चीन के समर्थन का संकेत दिया था। 

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