मिल्कीपुर: रोते-बिलखते रहे दुकानदार, दुकानों पर चलता रहा विश्वविद्यालय प्रशासन का बुलडोजर

मिल्कीपुर- अयोध्या। थाना कुमारगंज क्षेत्र के गिरजा मोड पर लगभग 25 वर्षों से सड़क के किनारे अस्थाई तौर से दुकान बनाकर अपनी जीविका चला रहे दुकानदारों के आशियाने को कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुलडोजर लगाकर ध्वस्त करा दिया ।कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आनन फानन में की गई इस कार्यवाही से सभी दुकानदारों और उनके परिवार सदमे में है।उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। प्रभावित दुकानदार सांसद, विधायक, कुलपति वा कृषि मंत्री से गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी।
जमीन के जिस बात पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है उसकी नवियत के बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई भी अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है ।यक्ष प्रश्न यह है कि जब कृषि विश्वविद्यालय की बाउंड्री लाइन बनी हुई है तो सड़क के किनारे उसकी जमीन कहां से आ गई जिस पर आज तक किसी कुलपति ने कोई कार्यवाही नहीं की और आज एकाएक इतना  बड़ा मुद्दा बना दिया गया।
 कृषि विश्वविद्यालय द्वारा सड़क के किनारे के जिस जमीन को अपना बताया जा रहा है उसी के  चौराहे पर पूर्व कुलपति डॉ आर एस कुरील द्वारा गेट नंबर दो लगवाया गया था और तब पीडब्ल्यूडी की आपत्ति पर कृषि विश्वविद्यालय को अपना गेट हटवाना पड़ा था । कृषि विश्वविद्यालय द्वारा की यह कार्यवाही लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
कस्बा कुमारगंज निवासियों ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि दुकानदारों पर की गई है यह कार्रवाई कस्बा कुमारगंज के कई बड़े व्यापारियों एवं विश्वविद्यालय प्रशासन की साठ गांठ से हुआ है उनका कहना है कि कुमारगंज बाजार में कृषि विश्वविद्यालय के कर्मचारी बड़े तथा संपन्न ग्राहक के रूप में माने जाते हैं इन ग्राहकों के इसी भाग में रुक जाने से कस्बा कुमारगंज के बड़े व्यापारियों में बहुत पहले से खलबली मची थी उनका धंधा चौपट हो रहा था। और इस कार्यवाही से सबसे बड़ा लाभ इन्हीं व्यापारियों को होने जा रहा है।
विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह ने बताया की यह जमीन विश्वविद्यालय की है कर्मचारियों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी इसलिए दुकानदारों को हटाने की कार्यवाही की गयी है।

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